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अंतरिक्ष में रूस की सबसे आधुनिक दूरबीन

२२ जुलाई २०११

रूस ने सबसे अत्याधुनिक रेडियो अंतरिक्ष दूरबीन स्पेक्ट्रम-आर अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित कर दी है. स्पेक्ट्रम-आर को अब तक की सबसे जबरदस्त अंतरिक्ष दूरबीन बताया जा रहा है. कई देशों को मिलेंगे इसके नतीजे.

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तस्वीर: Yuzhny Space Center

रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोमोस ने दूरबीन के अंतरिक्ष की कक्षा में पहुंचने की पुष्टि की है. दूरबीन अंतरिक्ष की असीमित गहराइयों में ब्लैक होल्स, सुपरनोवा, आकाश गंगाओं और न्यूट्रॉन स्टार्स का पता लगाएगी. न्यूट्रॉन स्टार्स ऐसे तारों को कहा जाता है जो बड़े तारों के टूटने से बनते हैं. गुरुत्वाकर्षण के कारण कई बार बड़े तारे खुद ही टूट जाते हैं. विखंडन की इस प्रक्रिया में कुछ ऐसे तारे बनते हैं जो पूरी तरह न्यूट्रॉन के होते हैं. इन्हें न्यूट्रॉन स्टार कहा जाता है. इनमें धनात्मक या ऋणात्मक आवेश नहीं होता है.

स्पेक्ट्रम-आर दूरबीन कम से कम पांच साल तक अंतरिक्ष में रहेगी. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक दूरबीन की न्यूतनतम उम्र पांच साल है. सोमवार को दूरबीन छोड़े जाने के बाद लावोचकिन रिसर्च एंड प्रोडक्शन एसोसिएशन के प्रमुख विक्टर खारतोव ने कहा, "हम ब्रह्णांड के बेहद गहन हिस्सों पर निगरानी रख सकेंगे. आकाशगंगाओं के बारे में बहुत ही सटीक आंकड़े हासिल कर सकेंगे. पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इससे उम्मीदें लगाए बैठे हैं."

इस दूरबीन को रेडियोएस्ट्रोन नाम से भी पुकारा जा रहा है. दूरबीन काफी बड़ी है. इसका व्यास 10 मीटर है. अंतरिक्ष में स्पेक्ट्रम-आर 3,40,000 किलोमीटर लंबी कक्षा में चक्कर लगाएगी. इस दौरान यह धरती के स्टेशनों से भी सिग्नल लेगी. इसकी तस्वीरों का रिजोल्यूशन अमेरिकी दूरबीन हबल के मुकाबले एक लाख गुना ज्यादा होगा. हबल दूरबीन को 1990 में लॉन्च किया गया था.

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी स्पेक्ट्रम आर से मिलने वालो नतीजों को अमेरिका, पुएर्तो रिको और जर्मनी के रेडियो टेलीस्कोप्स के साथ बांटने की तैयारी कर रही है. रूसी अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिहाज से 2011 अहम है. कुछ ही महीनों पहले रूस ने मानव की पहली अंतरिक्ष यात्रा की 50वीं वर्षगांठ मनाई. रूसी वायुसेना के यूरी गागरिन ने 12 अप्रैल 1961 में अंतरिक्ष की यात्रा कर धरती का एक चक्कर लगाया था. यह पहला मौका था जब इंसान ने अंतरिक्ष यात्रा की.

इसके बाद काफी वक्त तक सोवियत संघ अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में सबसे आगे रहा. लेकिन 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस का अंतरिक्ष कार्यक्रम चरमरा गया. अब रूस दोबारा अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में खोया मुकाम हासिल करना चाह रहा है. रोसकोमोस के प्रमुख व्लादिमीर पोपोवकिन कहते हैं, "मुख्य बात है यह कि रूस लंबे अंतराल के बाद अंतरिक्ष अनुसंधान के कार्यक्रम में लौट रहा है."

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के शटल कार्यक्रम बंद होने के बाद रूस के अभियान में तेजी आई है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी का अंतरिक्ष यान अटलांटिस सोमवार को आखिरी मिशन पूरा करने के बाद धरती पर लौट आया. नासा को अब अगले पांच साल तक रूसी रॉकेटों के सहारे अंतरिक्ष में जाना होगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां, साइरस फरीवार/ओ सिंह

संपादन: महेश झा

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