1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

अमेरिका ने क्रिकेट डिप्लोमेसी को सराहा

१ अप्रैल २०११

अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट कूटनीति की तारीफ की है और कहा है कि इन दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते पूरी दुनिया के लिए बेहतर है. हालांकि उसने यह भी साफ किया कि रिश्ते बढ़ाना इन्हीं दोनों के हाथ में है.

https://p.dw.com/p/10lbY
मोहाली में मनमोहन-गिलानीतस्वीर: AP

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर का कहना है, "भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को आगे बढ़ाने का फैसला एक स्वागत योग्य कदम है. यह दोनों देशों, इलाके और पूरी दुनिया के हित में है." अमेरिका ने कहा कि वह दोनों देशों की बातचीत का समर्थन करता है लेकिन इस बारे में फैसला भारत और पाकिस्तान को ही लेना है.

टोनर ने कहा कि हम इस बात को मानते हैं कि वार्ता दोनों सरकारों के जरिए तय किए गए वक्त, जगह और सुविधा के हिसाब से ही हो.

प्रवक्ता का कहना है, "हम दोनों देशों के नेताओं और जनता की तारीफ करते हैं कि उन्होंने क्रिकेट मैच के दौरान गरमजोशी बनाए रखी और एक दूसरे के प्रति दोस्ताना रवैया रखा."

भारत में 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान के साथ हर तरह के रिश्ते तोड़ लिए. भारत का दावा है कि इसकी साजिश पाकिस्तान में रची गई, जिसमें कम से कम 166 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में जिंदा पकड़ा गया एकमात्र दोषी अजमल आमिर कसाब के पाकिस्तानी नागरिक होने की पुष्टि हो चुकी है.

लेकिन वर्ल्ड कप क्रिकेट के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के साथ मैच फंसने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को मैच देखने की दावत दे दी. पाकिस्तानी पीएम यूसुफ रजा गिलानी मैच देखने मोहाली आए. इस दौरान दोनों नेताओं में कई मुद्दों पर बातचीत हुई.

भारत ने मैच 29 रन से जीत लिया. इसके साथ ही वह वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंच गया.

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें