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अमेरिकी जासूस थीं कास्त्रो की बहन

२७ अक्टूबर २००९

अमेरिका के कट्टर विरोधी क्यूबा के राष्ट्रपति फ़िडेल कास्त्रो की बहन ने यह ख़ुलासा करके सनसनी फैला दी है कि वह ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए की एजेंट थीं और अपने भाई की नाक के नीचे अमेरिका के लिए जासूसी कर रही थीं.

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यूआनटिना कास्त्रोतस्वीर: AP

फ़िडेल कास्त्रो की बहन यूआनटिना कास्त्रो 1960 के दशक में डोना के कोड नाम से सीआईए के लिए काम किया करती थीं और उनके दिए रेडियो से संदेश पहुंचाया करती थीं. वह कम्युनिस्ट शासन के ख़िलाफ़ थीं और उनका मानना है कि उनके भाइयों ने क्यूबा की जनता के साथ धोखा किया. वह बाद में निर्वासन में चली गईं और पहले मेक्सिको और बाद में अमेरिका के मियामी में रहने लगीं.

यूआनटिना कास्त्रो ने अपने संस्मरणों में इसके अलावा भी बहुत सी नई बातों का ख़ुलासा किया है. प्रकाशकों का कहना है कि ये ऐसे राज़ हैं, जो चार दशक तक छिपे थे. यूआनटिना ने बताया है कि 1959 में क्यूबा की क्रांति के दो साल बाद किस तरह हवाना में सीआईए ने उन्हें अपना एजेंट बनाया और किस तरह उन्होंने अपने ही भाइयों के ख़िलाफ़ काम किया. हालांकि शुरू में वह कास्त्रो बंधुओं का समर्थन करती थीं.

Castro während der Invasion
1961 की एक तस्वीर में फ़िडेल कास्त्रोतस्वीर: AP

76 साल की यूआनटिना के इन दावों पर अमेरिका या क्यूबा की तरफ़ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. फ़िडेल कास्त्रो के राष्ट्रपति बनने के कुछ साल बाद यूआनटिना ने देश छोड़ दिया था और 1964 से वह निर्वासित जीवन बिता रही हैं.

"फ़िडेल ऐंड राउल, माई ब्रदर्स, द सीक्रेट हिस्टरी" नाम के संस्मरण में यूआनटिना ने मेक्सिको की एक पत्रकार मारिया अंतोनिता कॉलिन्स को बताया है कि कास्त्रो का शासन आने के कुछ ही दिन बाद वह उनकी विरोधी हो गई थीं क्योंकि उन्होंने समाज पर कम्युनिस्ट शासन थोप दिया था. उनका कहना है कि फ़िडेल कास्त्रो ने क्यूबा के लोगों के साथ धोखा किया क्योंकि उन्होंने राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक क्रांति का वादा किया था लेकिन देश पर कम्युनिस्ट शासन लाद दिया.

यूआनटिना का कहना है कि क्यूबा में ब्राज़ील के राजदूत की पत्नी वर्जीनिया लाइताओ डीकुन्हा उनकी दोस्त थीं और उन्हीं की मदद से वह सीआईए से जुड़ीं. ब्राज़ीली राजदूत की पत्नी ने यूआनटिना और उनके भाइयों को 1958 में उस वक्त शरण दी थी, जब वे तानाशाह फ़ुलगेन्सियो बतिस्ता के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे थे.

उनका कहना है कि 1961 में मेक्सिको के एक होटल में वह सीआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिलीं. वहीं उनका कोड नाम डोना तय हुआ. उन्हें सीआईए की कुछ किताबें और एक रेडियो ट्रांसमीटर दिया गया. वह शॉर्ट वेव रेडियो की तरह इसका इस्तेमाल कर सकती थीं और इससे सीआईए के निर्देश हासिल कर सकती थीं.

Jahresrückblick Juli 2006 Kuba Fidel Castro tritt zurück
उम्र और समय के साथ चिंता भीतस्वीर: AP

लगभग 50 साल तक क्यूबा के राष्ट्रपति रहने वाले फ़िडेल कास्त्रो अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए को कट्टर दुश्मन मानते हैं और उनका कहना है कि इस संस्था ने कई बार उन्हें जान से मारने की कोशिश की. कास्त्रो का दावा है कि कम से कम 600 बार उनकी हत्या की कोशिश की गई है.

यूआनटिना का कहना है कि वह इस शर्त पर सीआईए के लिए काम करने को तैयार हो गई कि वह किसी तरह की हिंसा में शामिल नहीं होंगी. इस बात का भरोसा मिलने के बाद उन्होंने फ़िडेल कास्त्रो के साथ रहते हुए अमेरिका के लिए जासूसी शुरू कर दी. उनके संस्मरणों पर 432 पन्नों की किताब स्पैनिश भाषा में प्रकाशित हुई है. उन्होंने कहा कि एजेंट बनने के बाद उन्होंने सीआईए से कोई पैसा नहीं लिया.

उनका कहना है कि सीआईए के निर्देश पर उन्होंने क्यूबा में कई ऐसे लोगों की मदद की, जिनके ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई करने वाली थी, उन्हें सज़ा देने वाली थी या उनकी हत्या की योजना थी. यूआनटिना का कहना है कि सीआईए उन्हें सड़क किनारे अलग तरीक़े से संदेश पहुंचा दिया करता था.

फ़िडेल कास्त्रो की बहन का कहना है कि 1961 में वह उस वक्त चौंक गई थी, जब फ़िडेल ने पहली बार कहा कि वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट हैं और ज़िन्दगी भर कॉमरेड रहेंगे. इससे पहले वह हमेशा इस बात से इनकार करते आए थे. यूआनटिना ने लिखा, "फ़िडेल किसी राजनीतिक भावावेश में कम्युनिस्ट नहीं बने थे, बल्कि वह ज़िन्दगी भर सत्ता अपने हाथ में रखना चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने कम्युनिस्ट बनने का फ़ैसला किया."

क्यूबा और पूर्व सोवियत संघ के बीच बेहतरीन रिश्ते थे और सोवियत संघ क्यूबा को ज़बरदस्त आर्थिक मदद भी दिया करता था. लेकिन 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद क्यूबा की मदद रुक गई और देश आर्थिक संकट में चला गया. इसके बाद भी कास्त्रो बंधुओं ने पूंजीवाद की ओर नहीं देखा और देश में कम्युनिस्ट राज ही चलता रहा. लंबी बीमारी के बाद 83 साल के फ़िडेल कास्त्रो ने पिछले साल क्यूबा की सत्ता अपने छोटे भाई राउल कास्त्रो को सौंप दी.

उनकी छोटी बहन यूआनटिना कास्त्रो का कहना है कि उन्होंने 1964 के बाद से अपने दोनों भाइयों से बात नहीं की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/अनवर जे अशरफ़

संपादनः सचिन गौड़