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एक ग्रह जिसके चार सूरज

१६ अक्टूबर २०१२

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे ग्रह का पता लगाया है जिस के पास एक या दो नहीं बल्कि चार सूरज हैं. दो सूर्यों वाले ग्रहों के बारे में तो वैज्ञानिकों को जानकारी थी, लेकिन चार सूर्यों वाले ग्रह का मिलना रोमांचक है.

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तस्वीर: eso.org

अमेरिका में वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस ग्रह का पता लगाया है जिसके आसमान में चार सूरज चमकते हैं. यह ग्रह पृथ्वी से पांच हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. इसे पीएच1 का नाम दिया गया है. पीएच यानी प्लैनेट हंटर्स. दरअसल अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी लोगों को नए नए ग्रह ढूंढने ने लिए प्रोत्साहित करती है. जरूरी नहीं कि प्रोग्राम में शामिल होने वाले लोग वैज्ञानिक हों. कई लोग केवल अपना शौक पूरा करने के लिए भी आसमान में नई नई चीजें ढूंढते हैं. यूनिवर्सिटी मानती है कि उनका यह शौक वैज्ञानिकों के लिए अंतरिक्ष के राज समझने में मददगार साबित हो सकता है. इसी के तहत प्लैनेट हंटर्स कार्यक्रम शुरू किया गया है और यह इस टीम द्वारा खोजा गया पहला ग्रह है.

पीएच1 दो सूर्यों की परिक्रमा करता है. इसके अलावा दो अन्य सूर्य इस ग्रह के इर्द गिर्द घूमते हैं. अब तक वैज्ञानिकों के पास छह ऐसे ग्रहों के बारे में जानकारी है जो दो सूर्यों की परिक्रमा करते हों, लेकिन ऐसा पहली बार देखा गया है कि कोई अन्य सूर्य भी ग्रह की परिक्रमा करे. येल यूनिवर्सिटी के मेग श्वाम्ब का इस बारे में कहना है, "दो सूर्यों की परिक्रमा करने वाले ग्रह सबसे अजीब होते हैं." श्वाम्ब ने सोमवार को अमेरिकन एस्ट्रोनोमिकल सोसाइटी की सालाना बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने कहा, "इस तरह की खोज हमें मजबूर कर देती है कि हम एक बार फिर ड्रॉइंग बोर्ड ले कर बैठ जाएं और सोचें कि किस तरह से ये ग्रह इकट्ठा होते हैं और इस चुनौतीपूर्ण माहौल में खुद को विकसित करते हैं."

इस ग्रह को सबसे पहले प्लैनेट हंटर्स के कियां जेक और रॉबर्ट गाग्लियानो ने देखा. बाद में अमेरिका और ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने इसकी पुष्टि की. पीएच1 का आकार पृथ्वी से 6.2 गुना बड़ा है यानी यह वरुण ग्रह से थोड़ा सा बड़ा है. यह जिन सूरज की परिक्रमा करता है उनका आकार भी पृथ्वी के सूरज की तुलना में 1.5 और 0.41 गुना ज्यादा है. इसे एक परिक्रमा पूरी करने में 138 दिन का समय लगता है. जो अन्य दो सूर्य इसके चारों ओर घूम रहे हैं उनकी दूरी पृथ्वी और सूरज की दूरी से एक हजार गुना अधिक है. ग्रह का पता लगाने वाले कियां जेक कहते हैं, "मैं अब भी यह सोच कर हैरान हूं कि किस तरह से हम इस सब का पता लगा पाते हैं, जानकारी इकट्ठा करना तो अलग ही बात है. हम केवल उस सूरज की रोशनी का अध्ययन कर के एक ऐसे ग्रह के बारे में पता लगा रहे हैं जो हमसे हजारों प्रकाश वर्ष दूर है."

अंतरिक्ष में कितने तारे और ग्रह छिपे हैं इसका ना जाने कभी पूरी तरह पता चल पाएगा भी या नहीं.

हालांकि आए दिन नए नए ग्रहों के बारे जानकारी मिलती है और इनमें से कुछ काफी दिलचस्प भी होती है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक डायमंड प्लैनेट की खोज की बात की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस ग्रह का एक तिहाई हिस्सा हीरों से भरा हुआ है.

आईबी/एएम (एएफपी)

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