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"एमएफ़ हुसैन भारत लौट आएं"

३ मार्च २०१०

भारत के मशहूर पेंटर एमएफ़ हुसैन के क़तर का नागरिक बनने के बाद भारत सरकार ने अपील की है कि वह अगर भारत लौटेंगे तो बहुत खु़शी होगी और उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी. सरकार ने भरोसा दिया कि उन्हें कोई ख़तरा नहीं होगा.

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अब क़तर के नागरिक हैं हुसैनतस्वीर: AP

गृह मंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा, "हमें बहुत ख़ुशी होगी कि अगर एमएफ़ हुसैन भारत लौट आते हैं." चिदंबरम ने बताया कि हुसैन के परिवार को सूचना दे दी गई है कि अगर मशहूर पेंटर भारत लौटना चाहते हैं तो उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी.

चिदंबरम ने कहा कि भारत की अदालतों में हुसैन के ख़िलाफ़ कुछ मुक़दमे लंबित हैं और वकीलों की पहल पर उन्हें पूरा किया जा सकता है. गृह मंत्री ने कहा, "उन्हें कोई ख़तरा नहीं है. हम उन्हें किसी तरह का ख़तरा नहीं होने देंगे."

आपत्तिजनक पेंटिंग की वजह से विवादों में घिरे भारत के सबसे महंगे पेंटर रह चुके एमएफ़ हुसैन पर अलग अलग अदालतों में 1000 से भी ज़्यादा मामले चल रहे हैं. हालांकि चिदंबरम ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने उनसे जुड़े कई केस को ख़ारिज कर दिया है.

1960 और 1970 के दशक में हुसैन ने जो पेंटिंग बनाई थी, उसकी वजह से भारत के कई हिन्दू संगठन उनसे नाराज़ हैं और इस वजह से उन पर कई मुक़दमे किए गए हैं. हुसैन लगभग चार साल से भारत से बाहर रह रहे हैं. हाल ही में क़तर ने उन्हें अपनी नागरिकता देने का प्रस्ताव रखा, जिसे हुसैन ने मान लिया है.

महाराष्ट्र में पैदा हुए 95 साल के एमएफ़ हुसैन के घर पर भी कई बार हमले हुए हैं. दिल्ली हाई कोर्ट ने पिछले साल उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मामले की अर्ज़ी यह कहते हुए ठुकरा दी थी कि उन्होंने जो तस्वीरें बनाई हैं, वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः एस गौड़