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कार्तिकेयन की फॉर्मूला वन में वापसी

३ फ़रवरी २०१२

भारतीय ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन फॉर्मूला वन में फिर से स्पेनी टीम एचआरटी के लिए स्पेन के ही पेड्रो डे ला रोसा के साथ ट्रैक पर होंगे. पिछले साल टीम में उनकी जगह पक्की नहीं थी.

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नारायण कार्तिकेयनतस्वीर: AP

स्पेनी टीम के पुराने प्रमुख कोलिन कोलेस की जगह पर टीम प्रमुख बने पूर्व फॉर्मूला वन पायलट लुइस पेरेज साला ने कार्तिकेयन को वापस लिए जाने की घोषणा करते हुए कहा, "वह निरंतरता और स्थिरता की गारंटी हैं." 35 वर्षीय कार्तिकेयन को पिछले सीजन में 8 रेसों के बाद बीच में ही हटा दिया गया था और उनकी जगह पर ऑस्ट्रेलिया के डैनियल रिकियार्डो को ले लिया गया था.

कार्तिकेयन ने बचे हुए रेसों में चार में टेस्ट ड्राइवर के रूप में काम किया और नवंबर में नोएडा में हुए भारत के पहले ग्रां प्री में टीम के लिए रेस में हिस्सा लिया. चेन्नई में जन्मे कार्तिकेयन ने 2005 में पहली बार फॉर्मूला वन में टीम जॉर्डन के साथ हिस्सा लिया और उसके बाद से पिछले साल हटाए जाने तक स्पेनी टीम में आए थे. वह भारत के पहले फॉर्मूला वन ड्राइवर हैं.

Narain Kartikeyan Formel 1 Indien
तस्वीर: AP

जर्मनी के इंगोलश्टाट के कोलेस के विपरीत कार्तिकेयन के नए बॉस को उन पर बहुत भरोसा है. पेरेज साला कहते हैं, "वे तेज और सुरक्षित ड्राइवर हैं, जिनमें पिछले साल प्रदर्शन में निरंतरता की कमी थी. लेकिन 8 रेसों में वे सिर्फ एक बार लक्ष्य तक नहीं पहुंचे."

टीम में शामिल किए जाने की घोषणा के बाद कार्तिकेयन ने कहा, "ऐसा होने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी है और मुझे 2012 ग्रिड में एचआरटी टीम का हिस्सा बनकर बहुत खुशी है." उन्होंने कहा कि भारतीय ग्रां प्री के बाद से वह गहन ट्रेनिंग कर रहे हैं ताकि मौका आने पर रेस की कठिनाइयों के लिए तैयार रह सकें. भारतीय ग्रां प्री में वे रिकियार्डो से आगे 17वें स्थान पर रहे थे.

Adrian Sutil
आद्रियान सुटिलतस्वीर: dapd

स्पेन के 52 वर्षीय पेरेज साला को सीजन शुरू होने के पहले टीम के सलाहकार से टीम प्रमुख बना दिया गया है. वे मिनार्डी के लिए फॉर्मूला वन में 26 रेसों में कार दौड़ा चुके हैं. 1989 में ब्रिटेन के सिल्वरस्टोन में छठा स्थान उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन था.

कार्तिकेयन को स्पेनी टीम में लिए जाने के साथ फॉर्मूला वन के सारे कॉकपिट भर गए हैं. इसका मतलब है कि अब तक विजय माल्या की फोर्स इंडिया में रहे जर्मनी के आद्रियान सुटिल के लिए कोई जगह बाकी नहीं बची है. सुटिल को शंघाई में ग्रां प्री के बाद हुई एक पार्टी में झगड़े के कारण एक जर्मन अदालत में डेढ़ साल की निलंबित कैद और दो लाख यूरो के जुर्माने की सजा दी है.

रिपोर्ट: रॉयटर्स, एसआईडी/महेश झा

संपादन: ए जमाल

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