1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

"चीन और पाकिस्तान में गलतफहमी"

२७ मई २०११

पाकिस्तान और चीन एक दूसरे की दोस्ती को दांत काटी बताते हैं लेकिन खबरें हैं कि इस दोस्ती में गलतफहमियां हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक ग्वादर नेवल बेस को लेकर दोनों पक्के दोस्तों में मतभेद हैं.

https://p.dw.com/p/11P4B
epa02743011 Pakistan's Prime Minister Yusuf Raza Gilani (L) shakes hands with China's President Hu Jintao during a meeting at the Great Hall of the People in Beijing, China, 20 May 2011. EPA/JASON LEE / REUTERS / POOL +++(c) dpa - Bildfunk+++
तस्वीर: picture alliance/dpa

हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने चीन को नेवल बेस बनाने का न्योता दिया था. लेकिन इस बात को लेकर मतभेद पैदा हो गए हैं कि क्या पाक प्रधानमंत्री ने चीन को पूरा नेवल बेस तोहफे में दे दिया है.

कहां से आया ग्वादर

गिलानी ने कुछ दिन पहले कहा था कि चीन और पाकिस्तान एक राष्ट्र और दो देशों की तरह हैं. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के रक्षा मंत्री अहमद मुख्तार ने मीडिया को बताया, "हमने अपने चीनी भाइयों से कहा है कि कृपया ग्वादर में नेवल बेस बनाएं."

लेकिन इस हफ्ते चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जियांग यू ने कहा कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है. जियांग ने कहा, "चीन और पाकिस्तान के बीच जिस खास योजना पर सहयोग की बात आप कर रहे हैं, उसके बारे में मैंने नहीं सुना है. मेरी जानकारी के मुताबिक हाल की यात्रा में इस मुद्दे को छुआ तक नहीं गया."

अमेरिका को सुनाने के लिए

इस बारे में न्यूयॉर्क टाइम्स ने विश्लेषकों से बात की तो दोस्ती में दरार के संकेत दिखाई पड़ रहे हैं. वॉशिंगटन के वूड्रॉ विल्सन इंटरनेशनल सेंटर के माइकल कूगेलमान कहते हैं, "हो सकता है कि गिलानी की चीन यात्रा के दौरान इस बारे में कुछ बातचीत हुई हो जिसमें भविष्य में चीन के नेतृत्व में किसी बंदरगाह को बनाने की बात हुई हो. लेकिन शायद यह अटकलें ही थीं जिसे रक्षा मंत्रालय ने गलत समझ लिया."

लेकिन बहुत से विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान का बयान शायद अमेरिका को संदेश देने के लिए था कि इस्लामाबाद के और भी दोस्त हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार

संपादनः ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी