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डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों का खास कार्यक्रम

१५ मई २०१२

सर्कस सोननश्टिश नाम का यह समूह खास है. इसमें ऐसे बच्चे और युवा शामिल हैं जो डाउन सिंड्रोम से पीड़ित हैं. 15 साल से इस प्रोजेक्ट में युवा शानदार प्रस्तुति दे रहे हैं.

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सर्कस सोनेनश्टिशतस्वीर: Sandra Schuck/Circus Sonnenstich

दो कलाकार हागेन और मारिया स्टेज पर हैं. एक दूसरे को बाहों के घेरे में लेने के बाद वे कलाबाजी दिखाते हैं. यह जोड़ा अपने करतब में पूरी तरह डूबा हुआ दिखाई देता है. ताल पर बहुत शालीनता और सुंदर हाव भाव के साथ यह करतबगारी कर रहे हैं. संगीत युलिया फीबेलकॉर्न का है, साथ में गिटारिस्ट रोड्रिगो सांता मारिया. कार्यक्रम पूरा होता है और हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है.

शानदार सफलता

बर्लिन के विंटरगार्टन वेरायटी में सर्कस सोनेनश्टिश के 15 साल होने पर एक खास कार्यक्रम होना है. इसके लिए यह दोनों कलाकार रिहर्सल कर रहे हैं. मारिया के चेहरे पर मुस्कान खिली हुई है. वह सोनेनश्टिश के साथ 10 साल से जुड़ी हुई हैं. वह बताती हैं कि शुरुआत में वह बहुत नर्वस थीं. कार्यक्रम में उन्हें देखते हुए कहीं से भी नहीं लगता कि वह कभी नर्वस रही होंगी.

Circus Sonnenstich
बांस पर नृत्यतस्वीर: Sandra Schuck/Circus Sonnenstich

हॉबी स्पोर्ट्स क्लब ने सर्कस सोनेनश्टिश की शुरुआत की थी. इसके जरिए विशेष शारीरिक चुनौती वाले लोग कार्यक्रम करते. इसमें शामिल हुए अधिकतर लोग पैदाइशी डाउन्स सिंड्रोम का शिकार हैं. सामान्य तौर पर इन्हें इस तरह के कार्यक्रमों के लिए फिट नहीं माना जाता. लेकिन मिषाएल पिग्ल आंद्रेयास के साथ रोज प्रैक्टिस है. और साथ में सर्कस ट्रेनर्स की एक टीम है. कलाकार, स्टेज डाइरेक्टर अदाकारा अना काथारीना आंद्रीस भी साथ हैं. इन सबने इन युवाओं को प्रशिक्षण दिया.

कार्यक्रम में शामिल 16 कलाकार 19 से 26 साल के हैं और सभी सर्कस सोनेनश्टिश के सदस्य हैं. वे बांस पर चढ़ कर जर्मन नृत्य वाल्जर करते हैं, कलाबाजी से मन जीत लेते हैं और कमर में छल्ला घुमा कर लोगों को अचंभे में डाल देते हैं. इतना ही नहीं और कई तरह के करतब भी दिखाते हैं.

चुनौती

मिषाएल पिग्ल आंद्रीस कहते हैं, हम भविष्य में जो संभव है उस पर विश्वास करते हैं और इसके लिए आज अपने कलाकारों को पूरा सहयोग देते हैं. सामान्य जीवन में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित इन युवाओं को अपनी सीमाएं छूने का कोई मौका ही नहीं मिलता. उनकी लगातार देख रेख की जाती है और उनका ध्यान रखा जाता है. लेकिन सर्कस ट्रेनिंग में उन्हें साहस की जरूरत है, एक दूसरे पर विश्वास करना जरूरी है और डर को जीतना भी.

और यह सब करने के बाद अच्छा कार्यक्रम पेश करके उन्हें जो खुशी मिलती है उसकी कोई सीमा ही नहीं. फ्रीडरिके कहती हैं, "मैं इस सर्कस में आठ साल से हूं. और मैं बहुत खुश हूं. हर गुरुवार को हम अपने प्यारे ट्रेनर से मिलते हैं." हागेन कहती हैं, "जब मैं सर्कस में होती हूं तो बिल्ली जैसी होती हैं." अन्ना कहती हैं, "मुझे लगता है कि मैं फिर से पैदा हुई हूं."

युवा कलाकारों को अपनी सीमाएं जांचने, विश्वास बढ़ाने और आजाद रहने का यहां मौका मिलता है. डाउन सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो अतिरिक्त इक्कीसवें जीन के कारण होती है. इससे मस्तिष्क का विकास रुक जाता है. सर्कस सोननश्टिश ने पांच प्रोडक्शन बनाए हैं जो जर्मनी सहित दुनिया भर में मंचित हुए हैं. ताजा कार्यक्रम बेत्सीउंग्सवाइजे अभी तक 18 बार लगातार मंचित हो चुका है और हर बार हाउस फुल शो रहा है. इसमें भाग लेने वाले कलाकारों ने कई टीवी शो और फिल्मों में भी काम किया है. लगातार नए लोगों के सामने अपनी कला को पेश करने के कारण उनमें आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता बढ़ती है. अब कलाबाज सर्कस वर्कशॉप भी आयोजित कर रहे हैं. विशेष करके उन लोगों के लिए जो शारीरिक चुनौती झेल रहे बच्चों से जुड़े हैं.
रिपोर्टः सिल्के बार्टलिक (एएम)

Circus Sonnenstich
करतब दिखाते...तस्वीर: Sandra Schuck/Circus Sonnenstich

संपादनः ईशा भाटिया