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फोन हैकिंग में फंसा ब्रिटेन का अखबार

६ जुलाई २०११

ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने मंगलवार को ब्रिटेन के प्रमुख अखबार की आलोचना की है जिस पर एक लापता स्कूली बच्ची का वॉयसमेल हैक करने का आरोप है. इस बच्ची की हत्या कर दी गई. ये अखबार रूपर्ट मर्डोक की कंपनी चलाती है.

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तस्वीर: picture-alliance/Demotix/Aiham Dib

आरोप है कि न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के एक खोजी पत्रकार ने 2002 में इस वॉयसमेल को सुना और फिर मिटा दिया. ये मैसेज 13 साल की एक बच्ची के सेलफोन के लिए छोड़ी गई थी. बाद में ये बच्ची मृत पाई गई. ब्रिटेन में सबसे ज्यादा बिकने वाले इस टैब्लॉयड का दावा है कि अगर ये साबित हो गया कि उसके पत्रकार ने फोन हैक किया है तो वो उसके खिलाफ जितनी सख्त हो सकती है, कार्रवाई करेगा.

ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने पहले कहा कि पुलिस को इस मामले में अपनी जांच पूरी करनी चाहिए. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड रूपर्ड मर्डोक की अंतरराष्ट्री कंपनी न्यू इंटरनेशनल का हिस्सा है. न्यूज इंटरनेशनल के मुखिय रेबेका ब्रुक्र घटना के समय न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के संपादक थे. उनका कहना है ये आरोप दुखद हैं और ये इतने डरावने हैं कि इन पर यकीन कर पाना मुश्किल है. टैब्लॉयड फोन हैकिंग के आरोपों की आंच में तभी से है जब 2007 में उसके शाही संपादक और खोजी पत्रकार ग्लैन मुल्कायर को जेल में डाला गया. इसके बाद नए आरोप लगे और जनवरी में एक नई जांच शुरू हुई. मुल्कायर ने मंगलवार को गार्डियन अखबार में एक बयान जारी किया है. मुल्कायर ने कहा है, "मैं उन सब लोगों से माफी मांगता हूं जिन्हें मेरी करतूतों से दुख पहुंचा है. इसके लिए न्यूज ऑफ द वर्ल्ड जिम्मेदार है जो लगातार नतीजों की मांग करता है. मैंने बहुत सारी जानकारियां जुटाई जिनमें कुछ आम बातें थी लेकिन कई बार हमने ऐसी खबरें हासिल कीं जिन्हें मैं अच्छे खोजी पत्रकारिता का हिस्सा मानता हूं."

लंदन में मिली डाउलर नाम की एक 13 साल की बच्ची स्कूल से घर जाते समय गायब हो गई. पुलिस ने सघन जांच की और तब छह महीने बाद उसकी हड्डियां मिलीं हालांकि उसके हत्यारे लेवी बेलफिल्ड को पिछले महीने ही दोषी ठहराया गया है. गार्डियन अखबार के मुताबिक जासूसों और खोजी पत्रकार डाउलर के फोन पर छोड़े गए उसके परिवार और दोस्तों के संदेशों को सुनते रहे जबकि उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. इतना ही नहीं मेलबॉक्स भर जाने के बाद वो संदेशों को डिलीट भी करते रहे. इसका नतीजा ये हुआ कि पुलिस और उसके घर वाले लंबे समय तक ये समझते रहे कि वो जिंदा है और अपना फोन इस्तेमाल कर रही है.

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर ये सच है तो ये बेहद दुखद है और डरावना है जो कुछ मैंने अखबार में पढ़ा है वो हैरान करने वाला है. पुलिस को इस मामले में बिना किसी डर के जांच करनी चाहिए." हालांकि कैमरन ने ये भी कहा कि सरकार न्यूज कॉर्प की बीस्काईबी में 61 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की कोशिशों में दखल नहीं देगी. पुलिस ने डाउलर के मामले में लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है लेकिन ब्रुक्स का कहना है कि न्यूज इंटरनेशनल जांच में पुलिस के साथ पूरा सहयोग करेगा. डाउलर के वकील मार्क लुईस का कहना है कि वह टेब्लॉयड के खिलाफ मुकदमा दायर करेंगे. साथ ही उन्होंने ब्रुक्स से इस्तीफा मांगा है. इस घटना से अखबार की साख गिरने की आहट सुनाई देने लगी है उसे कारोबारी घाटा भी उठाना पड़ सकता है. मशहूर कार कंपनी फोर्ड ने अखबार से अपने विज्ञापन वापस लेने का एलान किया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए जमाल