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फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव, मतदान शुरू

२२ अप्रैल २०१२

शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति चुनावों के लिए रविवार सुबह वोटिंग शुरू हो गई. इससे पहले करीब पांच हजार लोगों ने शनिवार को ओवरसीज वोटिंग में हिस्सा लिया.

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तस्वीर: AP

राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर में पौने पांच करोड़ लोग मतदान करेंगे. दस उम्मीदवार राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में हैं. लेकिन पहले दौर में किसी को भी पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना नहीं है. सबसे ज्यादा मत मिलने वाले दो उम्मीदवारों के बीच अगला चुनाव छह मई को होगा.

शुक्रवार शाम प्रचार का समय खत्म होने से पहले राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने दूसरे कार्यकाल के लिए मतदाताओं से अपील की. चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के मुताबिक समाजवादी उम्मीदवार फ्रोंसुआ ओलांद निकोला सारकोजी को हरा देंगे. अगर ओलांद जीत जाते हैं तो वह 1981 के बाद पहले समाजवादी राष्ट्रपति होंगे. पहले दौर में ओलांद को 27 से 30 फीसदी, सारकोजी को 25से 27, उग्र दक्षिणपंथी उम्मीदवार मारिन ले पेन को 14 से 17 और वामपंथी जां लुक मेलेन्कोन को 12 से 14 फीसदी मत मिलने की संभावना जताई जा रही है.

प्रमुख उम्मीदवार

फ्रोंसुआ ओलांदः 57 साल के सांसद समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता रहे हैं. उनका वादा है कि वह अमीर और ताकतवर लोगों का दबदबा कम करेंगे. शिक्षा में 60 हजार नई नौकरियों और गरीब इलाकों में युवाओं के लिए डेढ़ लाख नौकरियां पैदा करने का उन्होंने वादा किया है. ऐसा वह मुख्य तौर पर कर बढ़ा करेंगे.   

निकोला सारकोजीः 57 साल के सारकोजी को यूरोजोन कर्ज संकट में भूमिका के लिए तारीफ मिली और अंतरराष्ट्रीय पटल पर जिम्मेदारी के लिए भी लेकिन अपने घर में वह सुधार करने में सफल नहीं हो सके. रूलिंग यूनियन फॉर पॉपुलर मूवमेंट (यूएमपी) ने उम्मीदवार कहते हैं कि दूसरे कार्यकाल में वह विदेशों से आने वाले लोगों की सालाना संख्या आधी कर देंगे और फ्रांस के कर्मचारियों को सक्षम बनाएंगे. सारकोजी ने पूर्व सुपरमॉडल कार्ला ब्रूनी से शादी की है और छह महीने की बेटी के पिता हैं.  

मारिन ले पेनः 43 साल की ले पेन नेशनल फ्रंट से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. चुनाव अभियान को उन्होंने प्रवासी और सुरक्षा के मुद्दे पर फोकस किया था. उन्होंने फ्रांस का इस्लामीकरण होने की चेतावनी दी है. उनका मानना है कि फ्रांस को यूरो छोड़ देना चाहिए. ले पेन तलाकशुदा हैं और उनके तीन बच्चे हैं.

जां लुक मेलेन्कोनः 60 साल के मेलेन्कोन वामपंथी पार्टी से उम्मीदवार हैं. उन्होंने बहुत लोगों को अपनी चुनावी रैली में खींचा. उन्होंने लोगों से अपील की कि वह बड़े व्यापारियों और बैंकरों से ताकत छीन फिर अपने हाथ में लें. मेलेन्कोन ने वादा किया है कि वह तनख्वाह कम से कम 20 प्रतिशत बढ़ाएंगे और देशों को रैंकिंग देने वाली एजेंसियों पर रोक लगा देंगे.

फ्रोंसुआ बेरूः 60 साल के पूर्व शिक्षा मंत्री मध्यमार्गी पार्टी मोडेम की ओर से तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव के लिए खड़े हो रहे हैं. वे खुद को सच का उम्मीदवार बताते हैं. वे खर्च कम करने और राजस्व बढ़ाने का दावा करते हैं साथ ही फ्रांसीसी उत्पादों को बढ़ावा देकर बेरोजगारी से लड़ना चाहते हैं.

ईवा जोलीः नॉर्वे में पैदा हुए पूर्व जांच मजिस्ट्रेट 68 साल की इवा जोली ने तेल कंपनी एल्फ एक्विटेन में घोटाले की जांच में नाम कमाया था लेकिन राजनीति में वह नाम कमाने में उतनी सफल नहीं हो सकी हैं.

निकोला डुपों एग्नानः सारकोजी की पार्टी के पूर्व सदस्य रहे 51 साला डुपों एग्नान का कहना है कि वह फ्रांस को यूरो जोन से बाहर निकाल लेंगे ताकि बुद्धिमान संरक्षणवाद से वह देश को बचा सकें.

फिलिपे पोतूः बोर्डो के पास फोर्ड कंपनी के कर्मचारी 45 साल के पोतू एनपीए पार्टी से उम्मीदवार हैं. न्यू एंटी केपिटलिस्ट पार्टी कम से कम काम में ज्यादा से ज्यादा कमाई को समर्थन देती है.

नाथाली आर्थुडः 42 साल की शिक्षक और वर्कर्स स्ट्रगल नाम की पार्टी से उम्मीदवार हैं.

जाक केमिनाडेः 70 साल के केमिनाडे का लक्ष्य बिना शहरों और वॉल स्ट्रीट वाली दुनिया बनाना है.

एएम/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)

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