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बाघ की तरह खरगोश, गुलाबी कनखजूरा

२८ सितम्बर २००९

दक्षिण पूर्वी एशिया के ग्रेटर मेकॉन्ग नदी क्षेत्र में पौधों और जीवों की 163 नई प्रजातियां मिली हैं. इनमें कई विचित्र जीवों के साथ गुलाबी कनखजूरा भी है और बाघ की तरह खाल वाला जंगली खरगोश भी है.

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तेंदुए जैसा धब्बेदार सांपतस्वीर: AP

वैज्ञानिकों का दावा है कि पौधो और जीवों की ये नई प्रजातियां पश्चिमी चीन, म्यांमार, लाओस, थाइलैंड और कंबोडिया की सीमा में आने वाले ग्रेटर मेकॉन्ग नदी क्षेत्र में मिली हैं. इनमें 100 नई किस्मों के पौधे, 28 किस्मों की मछलियां, 18 किस्मों के ज़मीन पर रेंगने वाले जीव तो हैं ही. साथ ही ज़मीन और पानी दोनों में रहने वाले उभयचरों की 14 नई प्रजातियां भी मिली हैं.

WWF neue Arten
कई किस्म के मेंढक भी मिलेतस्वीर: AP

खोजकर्ताओं के मुताबिक अपने बच्चों को दूध पिलाने वाले यानी स्तनधारी जीवों की दो नई प्रजातियां भी इस इलाके में मिली हैं. इस के अलावा लकड़ी की तरह दिखने वाला मेंढ़क, गुलाबी रंग का कनखजूरा और चार आंखों का भ्रम देने वाला हरे रंग का सांप भी शामिल है.

खोज के दौरान जहां एक ओर वियतनाम में बाघ की तरह धारीदार जंगली खरगोश मिला, वहीं कुछ जगहों पर तेंदुए की तरह धब्बेदार छिपकली भी मिली है. इनके अलावा सांप की तरह दिखने वाला लेकिन चार टांगों वाला एक विचित्र जीव भी मिला है.

लेकिन खोजकर्ताओं के साथ साथ वर्ल्ड वाइल्ड फंड को भी डर है कि ये प्रजातियां जल्द ही लुप्त न हो जाएं. एक हालिया अध्ययन के मुताबिक जलवायु परिवर्तन की वजह से ग्रेटर मेकॉन्ग नदी क्षेत्र में तेज़ी से बदलाव हो रहे हैं. ग्रेटर मेकॉन्ग नदी क्षेत्र के डब्ल्यूडबल्यूएफ निदेशक स्टुअर्ट चैंपमैन का कहना है कि, ''इन लुप्त होते दुलर्भ जीवों की खोज काफी अहम है क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण इनके प्राकृतिक आवास तेज़ी से नष्ट हो रहे हैं.''

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यहीं रहती है ये विचित्र छिपकलीतस्वीर: picture-alliance/dpa

आशंका जताई जा रही है कि सदी के अंत तक ही जैव विविधता के आधार पर दुनिया की इस दूसरी सबसे बड़ी नदी के इलाके का औसत तापमान दो से चार डिग्री सेंटीग्रेट बढ़ जाएगा और भयानक मौसमी बदलाव भी तेज़ी से होंगे.

रिपोर्ट: डीपीए/ ओ सिंह

संपादन: राम यादव