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बाय बाय मारुति 800

२ अप्रैल २००९

भारत के कार बाज़ार में क्रांति लाने वाली कार मारुति 800 को अब कंपनी सड़कों से पूरी तरह से हटाने जा रही है. मारुति का कहना है कि प्रदूषण के कड़े मानकों के चलते मारुति-800 को बाय बाय कहना पड़ रहा है.

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नहीं चलेगी मारुतितस्वीर: cc_nc_sa

भारत की दिग्गज कार निर्माता कंपनी मारुति सुज़ुकी अपनी सबसे लोकप्रिय कार मारुति 800 को सड़कों से हटाने जा रही है. कंपनी का कहना है कि प्रदूषण के नए और कड़े मानकों की वजह से उसे यह फैसला करना पड़ रहा है. कंपनी के मुताबिक 2016 तक मारुति 800 और दूसरी लोकप्रिय कार मारुति वैन को पूरी तरह सड़कों से हटा लिया जाएगा.

अगले साल से मारुति 800 और मारुति वैन दोनों मॉडलों को 11 शहरों से हटाया जाएगा. मारुति सुज़ुकी इंडिया को लगता है कि इन 11 शहरों में अगले साल से प्रदूषण का और कड़ा मानक भारत स्टेज-4 लागू हो जाएगा. भारत स्टेज-4 यूरो-4 के बराबर सख्त मानक है.

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सुजुकी, मोटरसाइकलों और मारुति के लिये मशहूर है.तस्वीर: DW/Gavrik

मारुति सुज़ुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि, '' 2015-16 तक भारत में यूरो-4 मानक लागू हो जाएंगे और तब मारुति-800 और ओमनी बिकने लायक नहीं रहेंगे.''

मारुति 800 अब तक भारत की सबसे ज़्यादा लोकप्रिय और किफायती कार मानी जाती है. मारुति-800 का उत्पादन 1983 में शुरू हुआ. 26 साल के सफर में ही मारुति ने 27 लाख मारुति 800 कारें बेची.

वैसे, भारतीय कार बाज़ार में अब दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो भी आ चुकी है. महज़ एक लाख रुपये की नैनो में यूरो-4 मानकों के लिहाज़ से भी फिट है. कार बाज़ार के जानकार पहले कह चुके थे कि नैनो के आने से सबसे ज़्यादा नुकसान मारुति-800 को ही होगा.

रिपोर्ट- एजेंसियां/ओएसजे

संपादन- आभा मोंढे