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बाली बम धमाके का आरोपी पाकिस्तान से प्रत्यर्पित

११ अगस्त २०११

मामला हाफिज सईद का हो या दाऊद इब्राहिम का, पाकिस्तान से हमलों के आरोपी या संदिग्धों को भारत प्रत्यर्पित करने में कई तरह की अड़चने सामने आती हैं. लेकिन पाकिस्तान ने एक आरोपी को इंडोनेशिया को सौंप दिया है.

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तस्वीर: dapd

पाकिस्तान ने उस आरोपी को इंडोनेशिया को प्रत्यर्पित कर दिया है जिस पर 2002 में धमाके के षडयंत्र के आरोप लगाए गए थे. सुरक्षा अधिकारी ने जानकारी दी कि इस आरोपी को एबटाबाद में पकड़ा गया जहां अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन भी छुपा हुआ था.

इंडोनेशिया के आतंक निरोधी एजेंसी के प्रमुख अनसैयाद म्बाई ने पुष्टि की कि उमर पटेक को कड़ी सुरक्षा के बीच पाकिस्तान से वहां लाया गया है. उस पर आतंक के मामलों से जुड़ा मुकदमा चलाया जाएगा. "उसे हिरासत में रखा गया है. वह बहुत अहम संदिग्ध है. उसे किसी श्रेणी में तो नहीं रखा जा सकता है लेकिन वह बड़ी मछली है."

पटेक पर 2002 में बाली में हुई बॉम्बिंग और क्रिसमस की शाम में चर्च पर 2000 में हुए धमाके के मामले में मुकदमा चलेगा. बाली के धमाके में 202 लोग मारे गए थे जबकि चर्च में हुए धमाके में 19 लोगों की जान गई थी.

"हमें अभी आगे जांच करनी होगी लेकिन बहुत संभव है कि उसे क्रिसमस और बाली धमाकों और अन्य का आरोपी ठहराए जाने की संभावना है." साथ ही म्बाई ने कहा कि पटेक ने धमाकों में शामिल होने की बात मान ली है.

पुलिस का कहना है कि 41 साल के पटेक ने हमलों के मास्टरमाइंड इंडोनेशियाई कट्टरपंथी दुल्मतिन के साथ रह कर काम किया था. उसने इतना शक्तिशाली बम बनाया जिसने कुता किनारे की कई इमारतों को ध्वस्त कर दिया.

Bali Anschlag: Polizist untersucht die Ruinen eines Nachtclubs
तस्वीर: AP

अधिकारियों का कहना है कि हत्या का आरोप सबसे गंभीर आरोप हो सकता है, क्योंकि ये धमाके ऐसे वक्त में हुए थे जब कड़ा आतंकवाद निरोधी कानून नहीं बनाया गया था. लेकिन फिर भी उसे मौत की सजा मिल सकती है. इंडोनेशिया की पुलिस ने पिछले साल दुल्मतिन और उसके तीन साथियों को मौत की सजा दी.

बाली के धमाके अल कायदा की स्थानीय शाखा जेमा इस्लामिया ने करवाए थे. इंडोनेशिया के अधिकारियों को उम्मीद है कि वह जेमा और अन्य दक्षिण एशियाई आतंकी नेटवर्कों के बारे में अहम जानकारी देगा. "बहुत शुरुआत से उसका संपर्क जेमा इस्लामिया से था. जो हम जानते हैं कि अल कायदा से जुड़ा हुआ है."

पटेक को अप्रत्यक्ष रूप से इंडोनेशिया के संदिग्ध आतंकी हंबाली और कट्टरपंथी मौलवी अबु बकर बशीर से भी जुड़ा हुआ माना जाता है. हंबाली फिलहाल ग्वांतानामो बे में कैद है.

इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री पुर्नोमो युसगियांतोरो ने पहले कहा था कि पटेक 25 जनवरी को हुई गिरफ्तारी से पहले एबटाबाद में बिन लादेन से मिलने की कोशिश कर रहा था लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. ऑस्ट्रेलिया ने चेतावनी दी है कि पटेक की गिरफ्तारी से इंडोनेशिया में पश्चिमी पर्यटकों पर हमले बढ़ सकते हैं. पटेक के प्रत्यर्पण के बाद इंडोनेशिया में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः महेश झा