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बोरुसिया डॉर्टमुंड बना बुंडेसलीगा चैंपियन

३० अप्रैल २०११

जर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा का खिताब बोरुसिया डॉर्टमुंड ने जीत लिया है. टीम ने एफसी न्यूरेम्बर्ग को 2-0 से हराकर समय से पहले ही अपनी जीत पक्की कर ली. खिताबी जीत में कोलोन और लेवरकूजेन के मैच का भी योगदान रहा.

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जीत का जश्न शुरूतस्वीर: picture alliance/dpa

1956, 1957, 1963, 1995, 1996 और 2002 के बाद सातवीं बार बोरुसिया डॉर्टमुंड ने खिताब जीता है. हालांकि डॉर्टमुंड की टीम को एफसी कोलोन और बायर्न लेवरकूजेन के खेल से भी मदद मिली. कोलोन ने लेवरकूजेन को 2-0 से हराया और अब लेवरकूजेन किसी भी हालत में डॉर्टमुंड को पीछे नहीं छोड़ सकता.

मैच के 32वें मिनट में अर्जेंटीना के लूकास बारियोस ने एक शानदार गोल दागा और टीम को अहम बढ़त दिलाई. इसके बाद पोलैंड के रॉबर्ट लेवांडोव्स्की ने एक और गोल दागकर टीम का स्कोर 2-0 कर दिया. जाहिर है कि एफसी न्यूरेम्बर्ग की हालत अब तक काफी खराब हो गई थी. डॉर्टमुंड के कोच युएर्गेन क्लॉप खेल देखने आए लगभग 80,000 लोगों के प्रिय तो बने ही, लेकिन असली मजा तब आया, जब खबर आई कि एफसी कोलोन ने लेवरकूजेन को हरा दिया है और डॉर्टमुंड इस साल बुंडेसलीगा चैंपियन है.

वहीं दूसरे मैच में साफ था और कोलोन की टीम तकनीकी रूप से लेवरकूजेन से बेहतर खेली. एफसी कोलोन के कोच फ्रांक शेफर के इस्तीफे के बाद फोलकर फिंके टीम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और बतौर कोच यह उनका पहला मैच था. 67वें और 83वें मिनट पर मिलिवेये नोवाकोविच ने टीम के लिए दो अहम गोल दागे और कोलोन की जीत पक्की कर दी.

बुंडेसलीगा के बाकी मैचों में हनोवर की टीम को म्योंचेनग्लाडबाख ने हराया. म्योंचेनग्लाडबाख की यह लगातार दूसरी जीत रही. इसका मतलब है कि लेवरकूजेन बुंडेसलीगा में दूसरे स्थान पर आएगा. बायर्न म्यूनिख के पास तीसरे स्थान पर आने का मौका है और अगर शनिवार के खेल में वह शाल्के को हरा देते हैं तो चैंपियंस लीग के क्वॉलिफाइंग में आने के आसार भी बन सकते हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः ए कुमार

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