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'मैंने अंधाधुध गोलीबारी की, लेकिन मैं दोषी नहीं'

१४ नवम्बर २०११

''मैंने वारदात को अंजाम दिया लेकिन मैं दोषी नहीं हूं. मैं इस अदालत को नहीं मानता.'' नॉर्वे में जुलाई में 77 लोगों की हत्या करने वाले इस्लाम विरोधी उग्रपंथी ने अदालत के सामने यह बयान दिए हैं. वह प्रशासन पर भी भड़का.

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Anders Behring Breiviks defence lawyer Geir Lippestad sits in the court house in Oslo Monday Nov. 14, 2011 before the hearing for his client. Breivik has admitted killing 77 people on July 22. (Foto:Scanpix, Berit Roald/AP/dapd) NORWAY OUT
आंदर्स ब्रेविक की सुनवाईतस्वीर: dapd

22 जुलाई को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में बम धमाका और फिर अंधाधुंध गोलियां चलाकर 77 लोगों की हत्या करने वाले आंदेर्स बेहरिंग ब्रेविक ने कटघरे को भाषण देने के लिए इस्तेमाल किया. पहली बार अदालत के सामने पेश हुए ब्रेविक ने कहा, "मैं नॉर्वे के प्रतिरोधक आंदोलन का सैन्य कमांडर हूं. मैं वारदात को मानता हूं लेकिन मैं दोषी नहीं हूं."

सोमवार को ब्रेविक के मामले की सुनवाई कर रही अदालत खचाखच भर गई. अदालत में करीब 200 लोग मौजूद थे और अदालत परिसर में जहां भी वीडियो स्क्रीन के जरिए कार्रवाई दिखाई पड़ रही थी वहां भी लोगों का तांता लगा रहा. खुद को इस्लाम विरोधी बताने वाला ब्रेविक अदालत और प्रशासन पर ही बरस पड़ा, उसने कहा, "आदलत की योग्यता पर मुझे आपत्ति है क्योंकि आप ऐसे संगठनों की आज्ञा ले रहे हो जो बहुसंस्कृतिवाद का सहयोग करते हुए नरफत की भावना से भरे हैं."

जुलाई में हुई इस वारदात ने नॉर्वे जैसे शांत देश को हिला दिया था. नॉर्वे को बेहद खुला हुआ देश माना जाता है. लेकिन ब्रेविक के हमले से इस छवि को धक्का पहुंचा. वारदात के दिन ब्रेविक ने पहले घर में बनाए बम से धमाका किया, जिसमें नौ लोग मारे गए. धमाके के बाद ब्रेविक सत्ताधारी लेबर पार्टी के समरकैंप में ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हुए 69 लोगों की जान ले ली.

नॉर्वे का एक संगठन अदालत से मांग कर रहा था कि ब्रेविक को सफाई का मौका न दिया जाए. संगठन की दलील थी कि ऐसा करने से 'फांसीवादी' ब्रेविक को अपना संदेश पहुंचाने के लिए कोई मंच नहीं मिलेगा. लेकिन अदालत ने इस अपील को ठुकरा दिया.

ब्रेविक ने अदालत से मांग की कि वह पीड़ितों के रिश्तेदारों और घायलों को संबोधित करना चाहता है. कोर्ट ने इस मांग को ठुकरा दिया और ब्रेविक को 12 हफ्ते के लिए हिरासत में भेज दिया. नॉर्वे के कानून के मुताबिक संगीन अपराध करने के बाद से सुनवाई शुरू होने तक आरोपी को जेल में रखा जाता है.

ब्रेविक पर कई अन्य तरह की पाबंदियां भी लगाई गई हैं. 12 दिसंबर तक उससे मीडिया संपर्क नहीं कर सकता. उससे न तो कोई मिलने जा सकता है और न ही पत्र व्यवहार कर सकता है.

रिपोर्ट: एएफपी, एपी/ओ सिंह

संपादन: आभा एम

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