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म्यांमार: खुला बाजार आया कोका कोला

१५ जून २०१२

कोका कोला ने घोषणा की है कि वह साठ साल के बाद म्यांमार में फिर से उत्पादन शुरू करेगा. इसी के साथ अब दुनिया में सिर्फ क्यूबा और उत्तर कोरिया ऐसे देश हैं जहां यह अमेरिकी पेय नहीं बिकता.

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तस्वीर: AP

ठंडा मतलब कोका कोला की पंचलाइन के साथ भारत के हर गांव में मौजूद कोका कोला अब म्यांमार को भी अपनी ठंडाई से लुभाने के विचार में है. म्यामांर में खुली हवा चलते ही कोका कोला ने अपने लिए नए बाजार की भी संभावनाएं तलाश ली. देश में हुए सुधारों का फायदा कंपनी को भी हुआ. अमेरिका ने भी कहा है कि वह निवेश पर रोक ढीली करेगी.

अटलांटा स्थित कंपनी ने कहा है कि वह पहले तो पड़ोसी देशों से कोक म्यांमार में बेचेगी, लेकिन फिर उसे निश्चित ही स्थानीय साझेदार मिल जाएंगे. कंपनी को उम्मीद है कि उसे म्यांमार में अगले तीन से पांच साल में अच्छे निवेशक मिल ही जाएंगे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और चेयरमैन महतार केंट ने एक बयान में कहा, "दुनिया में बदलाव और विकास के दौरान कोका कोला कंपनी हमेशा आशावादी रही है. "

कोका कोला कंपनी के फाउंडेशन का कहना है कि वह म्यांमार में महिला सशक्तिकरण के लिए वह नौकरियों को बढ़ावा देगा और इसके लिए वह 30 लाख डॉलर निवेश करेगा. कोका कोला कंपनी साठ साल पहले भी म्यांमार में थी लेकिन 1962 में सैन्य सत्ता के बाद हालात बदल गए.

कोका कोला कंपनी ने दुनिया के सभी बाजारों में अपना दबदबा बना कर रखा है. भारत के दूर दराजों में जहां दूर दूर तक लोग भले ही नहीं दिखें, कोका कोला के विज्ञापन वाले होर्डिंग जरूर दिख जाते हैं. जिन इलाकों में इनकी कंपनियां हैं वहां के लोग और संगठन जमीनी पानी कम होने की शिकायत करते हैं. भारत में कोका कोला की कंपनियों को बंद करने के लिए काफी दिनों तक विरोध प्रदर्शन हुए.

रिपोर्टः आभा मोंढे (एएफपी)

संपादनः मानसी गोपालकृष्णन