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लादेन के पास खिजाब था पर गोलियां नहीं

५ सितम्बर २०१२

दुनिया के मुसलमानों को लड़ने के लिए उकसाने वाले बिन लादेन के पास हथियार तो थे पर गोलियां नहीं. मौत सिर पर आई तो वह उन हथियारों का इस्तेमाल धमकाने के लिए भी नहीं कर सका. उसके कमरे में खिजाब मिला और चेहरे पर रंगी दाढ़ी.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

ओसामा बिन लादेन को मारने गए नेवी सील के जवानों में से एक को उसकी तस्वीर खींचने के लिए कहा गया. फोटो खींचने वाले कमांडो ने जब उसका चेहरा साफ किया तो देखा दाढ़ी काली थी. लादेन के कमरे में खिजाब तो मिला लेकिन गोलियां नहीं. लादेन की मौत के सबूत के लिए नेवी सील ने उसकी फोटो खींची. जिस कमांडो ने कैमरे से उसकी तस्वीर उतारी उसने कहा है, "बिस्तर पर पड़े कंबल से मैंने उसका चेहरा साफ करना शुरू किया. हर बार पोंछने के साथ उसका चेहरा पहचान में आता गया. वह उम्मीद से कहीं ज्यादा युवा नजर आया. उसकी दाढ़ी काली थी जैसे रंगी गई हो." पूर्व नेवी सील मैट बिसोनेट ने अपनी नई किताब नो ईजी डे में यह सब लिखा है.

मंगलवार को जारी हुई इस किताब ने अमेरिका में हलचल मचा दी है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस किताब में कुछ गोपनीय जानकारियों के सार्वजनिक होने की आशंका जताई है. बेसोनेट की दी जानकारियों ने बेहद जोखिम भरे और गोपनीय ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर की कई बातों को सामने रख दिया है. पाकिस्तान की सरकार को बिना जानकारी दिए देश के अंदर घुस कर ओसामा बिन लादेन को मारने की कार्रवाई अमेरिका की ऐसी हरकत है जिसकी शायद ही कोई दूसरी मिसाल हो.

निहत्थे बिन लादेन के पहले सिर में गोली मारी और फिर उसके पूरे जिस्म को गोलियों से छलनी कर दिया गया. इसके बाद बिसोनेट को उसकी तस्वीर खींचने की जिम्मेदारी दी गई. बिसोनेट ने लिखा है, "इतने कुख्यात चेहरे को करीब से देखना कुछ अजीब सा था. वह मेरे सामने लेटा था जिसके लिए हम पिछले दशक से लड़ रहे थे. तस्वीर लेने के लिए दुनिया के सबसे वांछित इंसान के चेहरे से खून साफ करना कठिन काम था." इन तस्वीरों को कभी जारी नहीं किया गया. चेहरे की तस्वीर लेने के बाद कमांडो घुटने के बल झुक कर बैठा और उसके चेहरे की तस्वीर खींची. उसने लिखा है, "पहले उसकी दाढ़ी को दाहिनी ओर किया और फिर बायीं ओर. मैंने कई तस्वीरें खींची. मैं सचमुच नाक पर फोकस करना चाहता था. उसकी दाढ़ी बहुत काली थी और वही तस्वीर मेरे जेहन में दर्ज हो कर रह गई." एक बार तो बेसोनेट ने अपने साथी कमांडो की मदद भी मांगी, "अरे भाई जरा उसकी आंखें तो खोलना."

ओसामा बिन लादेन की पहचान को पुख्ता करने के लिए नेवी सील के जवान उस मकान में मौजूद लोगों से खून से सने जमीन पर गिरे लंबे शख्स के बारे में पूछते रहे. एक महिला ने मना कर दिया लेकिन एक लड़की ने नेवी सील से वह बात कह दी जिसे ये लोग सुनना चाहते थे. ऐसी अनगिनत यादों और किस्से कहानियों से भरी इस किताब से ऐसा नहीं कि कोई बहुत चौंकाऊ बात सामने आ गई हो. बुनियादी रूप से इस घटना के बारे में लोगों को जो पता है उसमें कुछ बदलाव नहीं आया तब भी यह तय है कि किताब बिक्री का कीर्तिमान बनाने जा रही है.

Osama bin Laden
हथियार थे पर गोलियां नहींतस्वीर: AP

हालांकि 313 पन्नों की इस किताब के आधे हिस्से को तो एबटाबाद की हवा भी नहीं लगी. इन पन्नों में नेवी सील ने अलास्का में बीते अपने शुरूआती दिनों का ब्यौरा दिया है. कैसे एक बच्चे के रूप में उसने शिकार सीखा, फिर कठिन ट्रेनिंग जिसके बाद उसे नेवी सील की "टीम सिक्स" में शामिल किया गया, इराक और अफगानिस्तान में दूसरे हमले और सोमालियाई लुटेरों के हाथों से अमेरिकी बंधकों को छुड़ाना.

बिन लादेन के ऑपरेशन के बारे में उसने लिखा है कि अल कायदा प्रमुख के कमरे की तलाशी के दौरान वहां बालों को रंगने वाला खिजाब तो मिला लेकिन कारतूसों के बंडल नहीं. कमरे के दरवाजे के ऊपर उसे दो बंदूक मिले, "जिनमें एक एके-47 निकला और दूसरा माकारोव पिस्टल जो होल्स्टर में रखा था. दोनों खाली थे. ओसामा बिन लादेन ने अपनी सुरक्षा की तैयारी नहीं की थी. उसका इरादा लड़ने का नहीं था."

बिसोनेट ने किताब में लिखा है कि पाकिस्तान से निकलते वक्त उसका ध्यान इस बात पर था कि किस तरह से हेलिकॉप्टर के हादसे का शिकार होने से मिशन में अफरातफरी मच गई थी. बिसोनेट के मुताबिक, "केवल एक घंटे पहले मैं सोच रहा था कि हम सब लोग हेलिकॉप्टर हादसे में मारे जाएंगे. यह हास्यास्पद है कि हादसे ने हमें घर में घुसने से ज्यादा देर फंसाए रखा."

बिसोनेट ने पायलट की उसके कौशल के लिए सराहना की है जिसने हादसे के बावजूद सब लोगों को सुरक्षित उतार दिया. हालांकि इस हादसे के कारण पूरा काम खत्म होने से पहले ही नेवी सील को वहां से निकलना पड़ा जिस पर उसने दुख जताया है. यहां तक कि परिसर की तलाशी भी पूरी नहीं हो पाई थी. बिसोनेट ने लिखा है, "उसका शव मेरे कदमों में (हेलिकॉप्टर में वापसी के दौरान फर्श पर) था, फिर भी मुझे कहीं न कहीं नाकामी का अहसास हो रहा था. हम उतनी खुफिया जानकारियां नहीं जुटा पाए जितनी कर सकते थे."

बिसोनेट तो निराश है ही, उनकी इस किताब ने अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों को भी हैरान किया है. नेवी सील के कमांडर रियर एडमिरल सीन पायबस ने अपने जवानों से कहा है कि वह "दुखी, शर्मसार और चिंतित हैं." पायस ने कहा है कि नेवी सील के पूर्व कमांडो की पिछले महीने की कुछ हरकतें उनकी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं. कुछ पूर्व नेवी सील राष्ट्रपति के चुनाव अभियान में दिखे हैं और इस मिशन से जुड़ी बातों को सार्वजनिक किया है. पायस ने लिखा है, "इस तरह की एलीट सेना को जीवन में अनुशासित और सौम्य रहना चाहिए और निश्चित रूप से हम ऐसे नहीं दिख रहे. हमें अपने आदेश चक्र का बेहतर तरीके से पालन करना चाहिए."

एनआर/एमजे (एएफपी)