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सत्य साईं बाबा का निधन

२४ अप्रैल २०११

मशहूर भारतीय संत सत्य साईं बाबा का निधन. उनके शरीर को पुट्टापार्थी के साईं कुलवंत हॉल में रखा गया है. मंगलवार तक श्रद्धालु उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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तस्वीर: AP

86 साल के सत्य साईं को 28 मार्च को पुट्टापार्थी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रविवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर डॉक्टरों ने उनके निधन का समाचार दिया. अस्पताल के मुताबिक कई अंगों के काम न करने की वजह से बाबा की मृत्यु हो गई. गुर्दों के बाद उनके लीवर ने भी काम करना बंद कर दिया. करीब महीने भर तक उनका इलाज चला, पिछले कुछ दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उनके निधन पर शोक जताया है. अपने शोक संदेश में नेताओं ने कहा कि सत्य साईं बाबा ने करोड़ों लोगों को जीने का तरीका सिखाया.

अभी यह तय नहीं हुआ है कि उनका अंतिम संस्कार कैसे होगा. उनके अंतिम संस्कार और उनकी स्मृति में स्मारक बनाने संबंधी फैसले श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट करेगा. ट्रस्ट के पास करीब 40,000 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इसमें दक्षिण भारत और विदेशों की चल अचल संपत्तियां शामिल हैं.

सत्य साईं बाबा का जन्म 1926 में आंध्र प्रदेश के एक पिछड़े परिवार में हुआ. उनका वास्तविक नाम सत्यनारायण राजू था लेकिन बाद में लोग उन्हें सत्य साईं बाबा कहने लगे. खुद बाबा ने एलान किया कि वो मशहूर फकीर संत साईं बाबा के रूप हैं. इसके बाद उनके पीछे श्रद्घालुओं का तांता उमड़ पड़ा. भारत ही नहीं बल्कि पश्चिमी देशों के हजारों लोग भी उनके भक्त बन गए.

करोड़ों भक्तों वाले सत्य साईं बाबा कई बार विवादों में भी आए. वह अपने भक्तों के बीच घूमा करते थे. दावा किया जाता था कि वह चमत्कार करते हुए भक्तों को प्रसाद देते हैं. तर्क शास्त्रियों ने इसे छलावा बताया और उन्हें खुली चुनौती भी दी. हालांकि बाद में इन मामले को ज्यादा तूल नहीं दी गई.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ईशा भाटिया

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