1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

एयर ट्रैफिक में मधुमक्खियों का योगदान

२६ मई २०११

जर्मनी में विमानन के लिए मधुमक्खियों की सेवा लेने का फैसला किया गया है. राजधानी बर्लिन के एयरपोर्ट में खास प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है, जिसमें कोई इंसान या मशीन नहीं, बल्कि मधुमक्खियां और उनका शहद वायु की गुणवत्ता बताएंगी.

https://p.dw.com/p/11ODq
तस्वीर: AP

बर्लिन के शोनेनफेल्ड एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि वे लंबे समय से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. इसके तहत मधुमक्खियों और उनके शहद का अध्ययन करने से वायु की गुणवत्ता का पता चल सकेगा.

एयरपोर्ट के पर्यावरण विभाग के योखेन हाइमबर्ग ने एक बयान जारी कर कहा, "शहद पर नजर रखने से हमारी एयर क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम को मदद मिलेगी." उन्होंने कहा, "शहद के अलावा हम मधुमक्खियों और उनके छत्तों पर भी नजर रखेंगे. ताकि हमें प्रदूषण की पूरी स्थिति समझ में आ सके."

Honigwabe mit Bienen
तस्वीर: BilderBox

इसके तहत वैज्ञानिक मधुमक्खी पालने वाले स्थानीय लोगों के साथ मिल कर इस बात की जानकारी जुटाएंगे कि क्या बर्लिन ब्रैंडनबर्ग एयरपोर्ट पर्यावरण के लिए खतरा तो नहीं है. हालांकि यह काम कैसे होगा, इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई.

शोनेनफेल्ड एयरपोर्ट 1934 में बना था और हाल के दिनों में इसका तेजी से विस्तार किया जा रहा है. बाद में जब बर्लिन के टेगेल एयरपोर्ट को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा, तो शोनेनफेल्ड ही इकलौता एयरपोर्ट होगा.

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः एस गौड़

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी