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टी-20 की अकेली टीम हैं गेल

१८ मई २०१२

क्रिकेट एक टीम गेम है. लेकिन इन दिनों आईपीएल में देख कर लग रहा है कि मानो क्रिस गेल अकेले क्रिकेट खेल रहे हैं. गेल के बल्ले से ऐसा तूफान निकल रहा है कि अकेला कैरेबियाई बल्लेबाजी पूरी विपक्षी टीम को ढहा दे रहा है.

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तस्वीर: AP

एक मैच में 13 छक्के और सात चौके, यानी सिर्फ बाउंड्री मार कर 106 रन जुटाना. 111 मीटर लंबा छक्का मारना. आईपीएल-5 में अब तक सबसे ज्यादा रन ठोंक देना. पुराने क्रिकेट में जो जगह सर डॉन ब्रैडमैन की है. मध्यकालीन क्रिकेट में जो मुकाम सचिन तेंदुलकर का है. वैसा ही शिखर आधुनिक क्रिकेट में वेस्ट इंडीज के खब्बू बल्लेबाज क्रिस गेल के कदमों के नीचे है. वह टी-20 के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं. 20-20 ओवर के खेल में अब तक वह आठ शतक और 26 अर्धशतक जमा चुके हैं. उनका औसत करीब 44 रन प्रति मैच है.

पुराने आईपीएल टूर्नामेंटों की तरह इस बार भी क्रिस गेल अपनी टीम को अकेले दम पर खींच रहे हैं. सामने दिल्ली, मुंबई, चेन्नई या कोलकाता कोई भी टीम हो. गेल के बल्ले से उठने वाला तूफान सब पर भारी पड़ रहा है. गुरुवार को दिल्ली ने उनके बल्ले का कहर झेला. उन्होंने 62 गेंदों में 128 रन की नाबाद तूफानी पारी खेली. गेल ने विराट कोहली के साथ मिल कर दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 204 रन की साझेदारी की.

Cricket Chris Gayle
तस्वीर: dapd

आईपीएल-5 के 14 मैचों में गेल अब तक 706 रन मार चुके हैं. उनका औसत 64 से कुछ ज्यादा है. ताबड़तोड़ क्रिकेट में इतना औसत बरकरार रखना ही यह साबित कर देता है कि गेल टी-20 के अब तक के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. उनके प्रदर्शन में निरंतरता है. 2011 के आईपीएल में भी उन्होंने 67.55 के औसत से 600 से ज्यादा रन बनाए.

34 साल के गेल 2007 में अंतरराष्ट्रीय टी-20 में शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने. इसके बाद टी-20 की बाढ़ सी आ गई. लेकिन फरवरी 2012 तक कोई ऐसा बल्लेबाज सामने नहीं आया जिसने इंटरनेशनल टी-20 में शतक जड़ा.

टी-20 में जमैका के इस बल्लेबाज का विस्फोटक प्रदर्शन कई साल से जारी है. आईपीएल-5 में अब तक वह पांच बार मैन ऑफ द मैच चुने जा चुके हैं. वैसे आईपीएल में सबसे ज्यादा 12 बार मैन ऑफ द मैच चुने जाने का खिताब इसी खब्बू बल्लेबाज के नाम है. इस सत्र में वह अब तक 57 छक्के मार चुके हैं. वह आए दिन अपनी टीम बैंगलोर को आगे ले जा रहे हैं और वह भी सामने वाली टीम के गेंदबाजों का करियर और मनोबल कुचलते हुए.

रिपोर्ट: ओंकार सिंह जनौटी

संपादन: महेश झा

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