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स्वीडन ने जीता यूरोविजन कॉन्टेस्ट

Priya Esselborn२७ मई २०१२

यूरोप की सबसे बड़ी संगीत प्रतियोगिता को स्वीडन की लौरीन ने जीत लिया. 28 साल की लौरीन ने यूफोरिया गाना गाया. दूसरे नंबर पर बिदांस अंदाज वाली रूस की बुजुर्ग महिलाएं रहीं, जिन्होंने जिंदगी को संगीत के आनंद में पिरो दिया.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

इस साल यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट का आयोजन अजरबैजान की राजधानी बाकू में हुआ. शनिवार शाम बाकू में हुआ यह शो अजरबैजान द्वारा आयोजित किया गया अब तक का सबसे बड़ा शो रहा.

काले रंगे के लिबास में स्टेज पर हल्की सी रोशनी के बीच लौरीन ने समा बांधा. लौरीन स्वीडन की जरूर हैं लेकिन उनके माता पिता मोरक्को के रहने वाले हैं. लौरीन की जीत की पहले से ही उम्मीद लगाई जा रही थी. यह इस प्रतियोगिता में स्वीडन की पांचवीं जीत है. अपनी जीत के बारे में लौरीन जिनेब ने कहा, "यह तो सिर्फ लोगों की पसंद का सवाल है. इस साल उन्होंने मुझे पसंद कर लिया." स्वीडन के विदेश मंत्री कार्ल बिल्ट ने जीत के बाद ट्वीट किया, "हां, लौरीन हमारी उम्मीदों पर खरी उतरीं."

दूसरे स्थान पर दादी नानी

दूसरा स्थान रूस के एक ग्रुप को मिला. इस साल प्रतियोगिता में रूस की ओर से हिस्सा लेने वाली महिलाएं काफी खास थीं. इस शो में ज्यादातर युवाओं को लुभाने के लिए युवा ही हिस्सा लेते हैं. लेकिन रूस की महिलाओं को देख कर दादी मां की याद आती थी. इस ग्रुप में मौजूद महिलाओं की उम्र 76 साल तक है. पहले राउंड में इन्हें देख कर ऐसा लगा कि यह आगे नहीं पहुंच पाएंगी. लोगों के लिए ऐसी हिस्सेदारी काफी हैरान कर देने वाली थी.

ESC 2012 Das Finale
तस्वीर: picture-alliance/dpa

जहां तड़कती फड़कती लाइटों के बीच छोटे कपड़े पहन कर युवा गायिकाएं लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं, उसी शो में इन महिलाओं को पारंपरिक रूसी लिबास में देखा गया. शुरुआती राउंड में उन्होंने न सिर्फ लोक गीत गाए बल्कि अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए स्टेज पर कुछ रूसी पकवान भी तैयार किए. फाइनल राउंड में भी उन्होंने लोगों का खूब मनोरंजन किया. 'पार्टी फॉर एवरीबडी' नाम के गाने पर उन्होंने डिस्को कर के दिखाया. यूरोप की जनता ने इन्हें दूसरे स्थान पर चुना. ग्रुप एक सदस्य की बेटी ने बताया, "मेरी मां को यहां बाकू में इस बात की चिंता सता रही है कि पता नहीं वहां घर पर आलू ठीक से उग रहे होंगे या नहीं और गाय की ठीक तरह से देख भाल की जा रही है या नहीं."

शानदार प्रदर्शन

तीसरे स्थान पर रहे सर्बिया के जेलिको योकसिमोविक. जेलिको पहले भी तीन बार इस कॉन्टेस्ट में शिरकत कर चुके हैं. एक बार गायक के तौर पर और दो बार संगीतकार की तरह.

बाकू के क्रिस्टल हॉल में बीस हजार लोगों ने इस शो का आनंद उठाया. यूरोप भर में करीब दस करोड़ लोगों ने इस शो को टीवी पर लाइव देखा. हालांकि क्रिस्टल हॉल में शो को देखना आम लोगों की पहुंच से बाहर था. एक टिकट की कीमत दो सौ डॉलर से भी अधिक रही. कैस्पियन सागर के तट पर बने इस हॉल की जगमगाहट से पूरा बाकू शनिवार शाम चमकता रहा.

हर साल होने वाले यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट में यूरोप के 42 देश हिस्सा लेते हैं. आखिरी राउंड के लिए 26 प्रतियोगियों को चुना जाता है.

आईबी/ओजेएस (एएफपी, रॉयटर्स)

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