हाथी की लीद से जायकेदार कॉफी
२७ अक्टूबर २०१२इस कॉफी का नाम ब्लैक आइवरी ब्लैंड है. बनाने का तरीका कुछ ऐसा है, पहले थाई हाथियों को कॉफी की फली खिलाई जाती है. हाथी कच्ची फलियां खाते हैं, उसे पचाते हैं और लीद गिरा देते हैं. इसी लीद से कॉफी के बीच निकाले जाते हैं.
थाइलैंड का अनंतारा होटल इसे 'नेचुरली रिफाइंड' यानी प्राकृतिक रूप से शोधित कॉफी कहकर बेच रहा है. एक किलोग्राम कॉफी की कीमत है 1,100 डॉलर. यह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्लैंड्स में से एक है. होटल ग्रुप का कहना है, "रिसर्च से पता चला है कि पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एन्जाइम कॉफी के प्रोटीन को तोड़ देते हैं."
इस कॉफी की गंध भी बहुत तेज है, लेकिन स्वाद गजब का है. होटल के मुताबिक "प्रोटीन वह प्रमुख तत्व है जो कॉफी को कड़वा करता है. कम प्रोटीन का मतलब है करीब करीब कोई कड़वाहट नहीं."
लीद से बीज निकालने का काम हाथियों के महावत या ट्रेनर करते हैं. निकाले गए बीजों को धूप में सुखाया जाता है. फिर उन्हें पीसा जाता है, तब तैयार होती है, ब्लैक आइवरी ब्लैंड.
यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह से काफी बेची जा रही है. इंडोनेशिया, वियतनाम और फिलीपींस में सिविट के मल से भी इसी तरह कॉफी के बीज निकाले जाते हैं. सिविट कॉफी न्यूयॉर्क की एक कॉफी शॉप में 748 डॉलर प्रति किलो बिकती है.
ओएसजे/एनआर (एएफपी)