उड़ने वाला कैमरा
मिलिए हवा में उड़ने वाले चार सिरों वाले ड्रोन यानि क्वाड्रोकॉप्टर से. इनके कई फायदे सामने आ रहे हैं.
हवा में उड़ता जाए
क्वाड्रोकॉप्टर को बनाने वाली एक पेरिस की कंपनी है. स्मार्टफोन की मदद से नियंत्रित किया जाने वाला यह उपकरण बैटरी पर चलता है. इसमें दो कैमरे लगे हैं. कैमरे में कैद होने वाली तस्वीरें आपके स्मार्टफोन में देखी जा सकती हैं. इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है.
पेड़ों पर रिसर्च
जर्मन शहर ड्रेसडेन की टेक्निकल यूनिवर्सिटी के रिसर्चर पेड़ों के ऊपरी हिस्से के अध्ययन के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं. हवा में उड़ने वाले ड्रोन की मदद से उन्हें पेड़ों की 3डी तस्वीर मिलती है. इस तकनीक में अब स्थानीय पर्यावरण मंत्रालय भी दिलचस्पी ले रहा है.
निगरानी के लिए
सेंसोकॉप्टर नाम के इस उपकरण का वजन सिर्फ 700 ग्राम का है. और इसमें निगरानी के लिए कैमरे लगे हुए हैं.
ऑक्टोकॉप्टर
यह एक आठ डैनो वाली हैलीकॉप्टर जैसी मशीन है जिसमें एक कैमरा लगा हुआ है. यह साइकल रेस या कार रेस के दौरान हवा में उड़ते उड़ते तस्वीरें खींचता है.
बैटरी का खर्च
इस मशीन की बैटरी सिर्फ छह मिनट चलती है. फिर इसे बदलना पड़ता है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तीन मिनट में ही बैटरी बदल दी जाती है.
एक ही सिद्धांत
इसी सिद्धांत पर खतरनाक मानवरहित विमान ड्रोन भी बनते हैं. हवा में उड़ने वाले यह कैमरे धरती की तस्वीरें लेते हैं.
फलता फूलता बाजार
यूएवी विमान अमेरिकी सेना को बहुत पसंद हैं. माना जाता है कि अमेरिकी सेना के पास इस तरह के सात हजार विमान हैं. दस साल पहले उनके पास सिर्फ 50 थे.
बढ़ते ड्रोन
अनमैन्ड एरियल वेहिकल (यूएवी) यानी ड्रोन विमानों का निर्माण तेजी से बढ़ रहा है. फिलहाल 50 देश ड्रोन विमानों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
कई उपयोग
ग्लोबल हॉक नाम के इस ड्रोन विमान में थर्मल इमेजिंग के कैमरे लगे हुए हैं. जिन्हें जापान के फुकुशिमा दाइची के क्षतिग्रस्त परमाणु संयंत्र की तस्वीरें लेने के लिए इस्तेमाल किया गया.
डायनासोर ड्रोन
इस स्काउट ड्रोन विमान को वियतनाम युद्ध में भी इस्तेमाल किया गया. इसे AN-USD-5 के नाम से भी जाना जाता है.
अफगानिस्तान में
A MQ-9 रीपर में लेसर से चलने वाले हथियार लगे हुए हैं और AGM-114 मिसाइलें लगी हुई हैं. दक्षिणी अफगानिस्तान में युद्धक मिशन के लिए इसे कर्नल लेक्स टर्नर ने चलाया.
पाकिस्तान में
2004 से अक्टूबर 2011 के मध्य तक अमेरिका ने पाकिस्तान में करीब 300 ड्रोन हमले किए हैं.
लाखों का निवेश
इल्मेनाउ में रिसर्चर एक ऑटोमेटिक क्वाड्रोकॉप्टर विकसित कर रहे हैं. वह मोबाइल नेटवर्क डाउन होने पर उसे ठीक कर सकेगा. इस प्रोजेक्ट पर करीब पैंसठ लाख यूरो खर्च किए जा रहे हैं.