मोटापे से बचें
भारत में जिस तरह से जीवनशैली बदल रही है वह सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है. संतुलित आहार स्वस्थ जीवन के लिए बेहद जरूरी है. मोटापा एक बीमारी है, इस से बचें.
वजन संभाल के
स्वस्थ शरीर के लिए सही वजन लम्बाई के अनुसार होता है. अगर किसी की लम्बाई 1.70 मीटर है, तो उसका सामान्य वजन 70 किलोग्राम होना चाहिए. महिलाओं में यह दस फीसदी कम होता है.
ध्यान से खाएं
जर्मनी में चल रहे एक शोध के नतीजे बताते हैं कि आप जो चाहें खाएं, लेकिन दिन भर में कुल कैलोरी कितनी लेते हैं, इस पर ध्यान दें, फिर भले ही आप फास्ट फूड ही क्यों ना खाएं, आपका वजन नियंत्रण में रहेगा.
ठंडा मतलब वजन बढ़ा
लोग बिना सोचे समझे अंधाधुंध कोल्ड ड्रिंक पीते हैं. उन्हें इस बात का जरा भी ध्यान नहीं होता कि एक लीटर कोका कोला में 100 ग्राम से भी ज्यादा चीनी होती है. हालांकि बिना चीनी का डायट कोक पीने में कोई हर्ज नहीं.
आलू खा कर आलू!
मैक डॉनल्ड्स के साथ साथ भारत में फ्रेंच फ्राइस का भी चलन शुरू हुआ. बर्गर के साथ कोल्ड ड्रिंक और तले हुए ये आलू ना हों तो मजा ही पूरा नहीं होता. लेकिन यही आलू मोटापे का बड़ा कारण भी हैं. घर में उबाल कर या सेक कर आलू खाना सेहत को उतना नुकसान नहीं देता.
बच्चों पर ध्यान
टीवी पर आने वाले फास्ट फूड के विज्ञापन अधिकतर बच्चों को निशाना बनाते हैं. बाजार में तरह तरह के चिप्स और चॉकलेट उपलब्ध हैं जिनकी बच्चों को लत लगने में देर नहीं लगती.
हलके फुल्के नहीं
टीवी देखते समय या पढाई करते हुए अक्सर बच्चे चिप्स और बिस्किट के पूरे पूरे पैकेट खा जाते हैं. एक दस साल के बच्चे को दिन भर में करीब 1500 कैलोरी की जरूरत होती है. चिप्स के 100 ग्राम के पैकेट में ही कम से कम 500 कैलोरी भरी होती हैं.
चीनी से भरी चॉकलेट
बच्चों के लिए बनी हर चीज में जरूरत से ज्यादा चीनी और वसा होता है. जंक फूड को इन्हीं से अपना स्वाद मिलता है. माता पिता को जरूरत है कि बच्चे जब बाजार में चॉकलेट या आइसक्रीम की जिद करें तो वे सोच समझ कर ही उन्हें उनकी मनचाही चीज दिलवाएं.
महिलाओं में मोटापा
भारत की महिलाओं में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है. 2005 की तुलना में अधिक वजन वाली महिलाओं की संख्या दोगुनी हो गयी है. इसका कारण घर और दफ्तर की भागदौड़ में शहरी महिलाओं की जीवन शैली में आया बदलाव है.
देसी फास्ट फूड
केवल बर्गर, पैटी और पिज्जा को ही फास्ट फूड कहना गलत होगा. भारतीय खाने में भी ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो इसी श्रेणी में आती हैं. समोसे, कचौड़ी, पकौड़े, मठरी भी स्वास्थ्य के लिए उतने ही हानिकारक हैं जितना नए जमाने का फास्ट फूड.
कसनी होगी कमर
मोटापे की समस्या पर यदि ध्यान ना दिया जाए तो इस से मधुमेह और फिर दिल के रोग भी हो सकते हैं. मोटापा एक बीमारी है जिसका वक्त रहते इलाज जरूरी है.