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सुशील को फिक्सिंग का प्रस्ताव

२३ अगस्त २०१३

भारत के स्टार पहलवान सुशील कुमार का दावा है कि 2010 में रूसी कोच ने उन्हें करोड़ों रुपये देने की कोशिश की. रूसी कोच चाहते थे कि सुशील वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में घरेलू पहलवान से हार जाएं.

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तस्वीर: dapd

भारत के लिए दो बार ओलंपिक पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार के मुताबिक वाकया 2010 में मॉस्को वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान हुआ. 66 किलोग्राम वर्ग की फ्री स्टाइल कुश्ती के फाइनल में उन्हें रूस के एलन गोगायेव से भिड़ना था. सुशील के मुताबिक मुकाबले से पहले ही रूसी कोच ने उनसे संपर्क किया, "मेरे पास प्रस्ताव हमारे ही एक विदेशी कोच के जरिए पहुंचाया गया. मुकाबला रूस में था और फाइनल में मेरा सामना रूसी से होना था."

सुशील के मुताबिक रूसी कोच चाहते थे कि घर में हो रहे फाइनल को उन्हीं का पहलवान जीते. भारतीय अखबार से बातचीत में दिल्ली के पहलवान ने कहा, "मुझे कई करोड़ का प्रस्ताव दिया गया. एक पहलवान के लिए ये अच्छी रकम है." सुशील ने फिक्सिंग की पेशकश ठुकरा दी. उन्होंने एलन गोगायेव को 3-1 से हराया. भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पा चुके सुशील के मुताबिक, "बात दो या चार करोड़ की नहीं बल्कि सम्मान की है."

हालांकि सुशील को मॉस्को में जीत के बाद मिला सम्मान भी याद है, "वो सबसे विनम्र पल था. मैं चार या पांच वर्ल्ड चैंपियनशिपों में भाग ले चुका हूं लेकिन जो समर्थन मुझे 2010 में मॉस्को में मिला वो सराहनीय था."

भारतीय कुश्ती संघ को भी अब जाकर मामले का पता चला है. संघ के महासचिव राज सिंह के मुताबिक खेलों से जुड़े संगठनों को हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है.

आम तौर पर मैच फिक्सिंग को क्रिकेट या फुटबॉल जैसे खेलों से ही जोड़ा जाता है. लेकिन गहराई से झांकने पर दूसरे खेलों में भी नतीजों को प्रभावित करने की कोशिशें दिखती हैं. बीते साल लंदन ओलंपिक में इंडोनेशिया की बैडमिंटन टीमों ने जानबूझकर मैच गवाएं. साइक्लिंग और फॉर्मूला वन जैसे खेलों पर भी नतीजों को प्रभावित करने के आरोप लग चुके हैं.

ओएसजे/एएम (एएफपी)