खुद को अभी स्टार नहीं मानतीं दीपिका
१६ नवम्बर २०१३लगातार दो हिट फिल्में देने के बाद कैसा महसूस करती हैं ?
अच्छा लगता है. यह काम के प्रति लगन और कड़ी मेहनत का नतीजा है. मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे ऐसी फिल्मों में काम करने का मौका मिला. लगता है मैंने फिल्में नहीं चुनीं बल्कि उन फिल्मों ने मुझे चुना. 'कॉकटेल' के बाद मुझे लगतार चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं मिल रही हैं. 'रामलीला' भी मेरे लिए बेहद खास फिल्म है. संजय लीला भंसाली की एक फिल्म में काम करना पांच फिल्मों में काम करने के बराबर है. लगातार कामयाबी से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है.
क्या हिट फिल्मों के बाद नाकामी का डर सताता है ?
देखिए, उतार-चढ़ाव तो करियर का हिस्सा हैं. अब यह आप पर निर्भर है कि आप हालात का सामना कैसे करते हैं. या तो आप नकारात्मक बातों से हताश हो सकते हैं या फिर उसे सकारात्मक नजरिए से देख कर आगे के लिए सीख ले सकते हैं. मैं आसानी से हिम्मत नहीं हारती. लगातार कामयाबियों के बावजूद कड़ी मेहनत ही मेरा मूल मंत्री है.
क्या एक स्टार होने की वजह से अतिरिक्त दबाव महसूस करती हैं ?
मैं ख्याति को दबाव नहीं मानती. दरअसल, मैं खुद को स्टार भी नहीं मानती. मुझे अभिनय में मजा आता है. फिल्मी सेट से बेहतर कोई और जगह नहीं लगती मुझे.
अपने किरदार की तैयारी कैसे करती हैं ?
मैं किसी भी किरदार में खुद को ढालने पर कड़ी मेहनत करती हूं. किसी किरदार को सजीव बनाने के लिए होमवर्क बेहद जरूरी है. काम करने से पहले तैयारी तो जरूरी है ही, लेकिन यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर है कि मुझे कैसी भूमिकाएं मिल रही हैं. 'कॉकटेल' में मेरा किरदार मेरे व्यक्तित्व से मेल नहीं खाता था. इसी तरह 'चेन्नई एक्सप्रेस' के लिए मैंने सैकड़ों लोगों से मुलाकात की और बोलने का लहजा सीखा था.
अपने साथ काम करने वाले अभिनेताओं के साथ आपकी केमिस्ट्री कैसी रही है?
रणबीर कपूर, सैफ अली खान और शाहरुख खान समेत जिन अभिनेताओं के साथ मैंने काम किया है, सबके साथ मेरी केमिस्ट्री बहुत अच्छी रही है. लेकिन यह केमिलट्री दरअसल फिल्म की पटकथा और डायलाग में ही निहित होती है. 'रामलीला' में भी रणबीर सिंह के साथ इस बेहतर केमिस्ट्री की वजह फिल्म की पटकथा ही है. रणबीर और मुझमें काफी समानताएं हैं. हम दोनों गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से हैं. वह काफी प्रतिभावान हैं और उन्होंने अभिनय के प्रति अपना जीवन समर्पित कर दिया है. उनमें गजब का धैर्य है.
आपने रजनीकांत के साथ एक तमिल फिल्म में काम किया है. क्या आगे तेलुगू फिल्मों में भी काम करने का इरादा है?
अब तक तो ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. लेकिन कोई बढ़िया पटकथा मिली तो तेलुगू में काम जरूर करना चाहूंगी.
इंटरव्यूः प्रभाकर, कोलकाता
संपादनः मानसी गोपालकृष्णन