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वर्ल्ड कप की गेंद ब्रजूका

४ दिसम्बर २०१३

अगले साल ब्राजील में होने वाले वर्ल्ड कप फुटबॉल की धीमी तैयारियों के बीच मुकाबले में इस्तेमाल होने वाली गेंद रिलीज कर दी गई. नाम है ब्रजूका..

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तस्वीर: Reuters

जर्मन कंपनी एडीडास की बनी आधिकारिक लाल, काले और सफेद रंग की गेंद को रियो द जनेरो में जारी किया गया. अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ फीफा ने इसे जारी किया. वर्ल्ड कप के मैच 12 जून, 2014 से खेले जाएंगे. इस गेंद की ढाई साल तक जांच की गई है. जिन 600 मौजूदा और पूर्व फुटबॉलरों ने इसका टेस्ट किया है, उनमें अर्जेंटीना के मेसी से लेकर विश्व विजेता स्पेन के गोलकीपर और कप्तान कासियस तक शामिल हैं.

पिछली पीढ़ी के महान खिलाड़ी फ्रांस के जिनेदिन जिदान और जर्मन डिफेंडर बास्टियन श्वानश्टाइगर भी अपनी बूटों से इस गेंद को परख चुके हैं. एसी मिलान, बायर्न म्यूनिख और दूसरे बड़े क्लबों में इस गेंद की आजमाइश हो चुकी है. फीफा ने इसे ब्राजील के सम्मान में तय किया कि जिस दिन इस गेंद को रिलीज किया गया, उस दिन ब्राजील में पैदा हुए हर बच्चे को एक मुफ्त ब्रजूका दिया जाएगा.

हर बच्चे को ब्रजूका

ब्रजूका का मतलब स्थानीय भाषा में ब्राजीली होता है. इस नाम के चयन के लिए अच्छा खासा सर्वे किया गया, जिसमें 10 लाख ब्राजीली फैन शामिल हुए. लगभग 70 फीसदी लोगों ने ब्रजूका के हक में वोट किया, जबकि बोसा नोवा और कार्नावालेस्का नाम पर भी काफी चर्चा हुई.

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तस्वीर: Reuters

ब्राजील वर्ल्ड कप को लेकर फुटबॉल की दुनिया काफी उत्साहित है लेकिन इसकी तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं. इसी सिलसिले में एक स्टेडियम में हादसा भी हो गया है, जिसका मतलब है कि तीन स्टेडियम इस साल के अंत तक फुटबॉल खेलने के लिए तैयार नहीं हो पाएंगे. फीफा प्रमुख सेप ब्लाटर हालांकि मानते हैं कि तैयारियां सही दिशा में चल रही हैं. फीफा ने तीन स्टेडियमों को हरी झंडी दे दी है यानी वे पूरी तरह तैयार हैं. विश्व कप फुटबॉल कुल 12 स्टेडियमों में खेला जाना है.

हादसे पर सवाल

साओ पाओलो के इटाक्वेराओ स्टेडियम में पिछले हफ्ते एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें दो मजदूरों की जान चली गई. उन पर एक क्रेन गिर गया था. हालांकि ब्लाटर का कहना है कि इन परेशानियों के बावजूद ब्राजील अपनी तैयारियां वक्त पर पूरी कर लेगा. वहां 1950 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप फुटबॉल खेला जाने वाला है. ब्लाटर ने कहा, "हमें अभी रिपोर्ट मिली है कि कुछ स्टेडियमों के तैयार होने में देर लग रही है, लेकिन एक अपवाद को छोड़ कर हम कह सकते हैं कि सब कुछ ठीक है." अपवाद से उनका मतलब साओ पाओलो स्टेडियम से था.

साओ पाओलो में इसके अलावा मैच देखने आने वाले फुटबॉल प्रशंसकों के ठहरने के इंतजाम पर भी सवाल उठ रहे हैं. समझा जाता है कि महीने भर चलने वाले खेलों के सबसे बड़े उत्सव के लिए शहर में करीब छह लाख लोग पहुंचेंगे. ब्राजील एक विशाल देश है और वहां रेल यातायात बहुत अच्छा नहीं है. ऐसे में फुटबॉल प्रेमियों को एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए वायु यातायात का सहारा लेना होगा. लेकिन घरेलू उड़ानों की संख्या सीमित है.

हालांकि इन बातों से बेपरवाह दुनिया को अब शुक्रवार का इंतजार है, जब वर्ल्ड कप के मुकाबलों के ड्रॉ का एलान किया जाएगा.

एजेए/एनआर (डीपीए, एएफपी)

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