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मंडेला को दुनिया का सलाम

६ दिसम्बर २०१३

दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति और रंगभेद नीति के खिलाफ जंग के मसीहा नेल्सन मंडेला के गुजरने के बाद पूरी दुनिया उन्हें झुक कर सलाम कर रही है. भारत में तिरंगा पांच दिन तक मंडेला के सम्मान में झुका रहेगा.

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तस्वीर: Reuters/Toby Melville

नोबेल पुरस्कार विजेता, नेता, खिलाड़ी, कलाकार, कोई भी ऐसा नहीं, जो मंडेला को याद नहीं कर रहा हो. आने वाले कुछ दिन निश्चित तौर पर दक्षिण अफ्रीका दुनिया का सबसे बड़ा मेजबान होगा, जहां पता नहीं कहां कहां से लोग अपनी श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे.

भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अफ्रीकी नेता के निधन को एक बड़ी क्षति बताया. अपने शोक संदेश में एक कविता कहते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, "यहां और वहां, अभी और कभी, ईश्वर महान व्यक्ति बनाता है. राष्ट्रपति मंडेला भी उन्हीं महान व्यक्तियों में एक थे."

नेल्सन मंडेला की याद में भारत का राष्ट्रीय ध्वज पांच दिन झुका रहेगा. ध्वज संहिता के मुताबिक किसी विदेशी गणमान्य व्यक्ति के निधन पर ध्वज झुकाया जाता है. राष्ट्रपति मुखर्जी ने मंडेला को इंसानियत के लिए प्रेरणा कहा.

अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा कई बार मंडेला को निजी प्रेरणा के स्रोत बता चुके हैं. उन्होंने एक पंक्ति में अपनी भावनाओं को उंडेल दिया, "अब वे हमारे नहीं रहे. अब वे इतिहास के हो गए." ओबामा का कहना है कि मंडेला के जेल के अंदर और बाहर के संघर्ष को देख कर उन्होंने अपनी राजनीतिक जिंदगी को तय किया, "हमें नहीं लगता कि हम नेल्सन मंडेला जैसे किसी को दोबारा देख पाएंगे."

Eröffnung des Nelson Mandela Centre for Memory in Johannesburg, Südafrika
तस्वीर: Reuters

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस मौके पर कहा, "वे इंसाफ के महान प्रतीक" थे, "पूरी दुनिया के लोग मानव सम्मान, बराबरी और स्वतंत्रता के उनके संघर्ष से प्रभावित होगी."

डेविड कैमरन ने 2006 में इस बात की माफी मांगी थी कि कभी उनकी कंजरवेटिव पार्टी ने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद नीति चलाई. 95 साल की उम्र में मंडेला के जाने के बाद कैमरन भी भावुक दिखे, "इस विश्व से एक महान प्रकाश चला गया. नेल्सन मंडेला हमारे युग के एक विशाल व्यक्तित्व थे. एक वैश्विक हीरो थे."

फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरें फाबिउस ने मंडेला को एक करिश्माई नेता कहा, "दक्षिण अफ्रीका के पिता का निधन हो गया. ऐसी शख्सियत जिसने आजादी और बराबरी के लिए संघर्ष किया."

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने अपने शोक संदेश में कहा, "बारबरा (पत्नी) और मैं स्वतंत्रता के एक सच्चे प्रतीक के गुजरने पर शोकाकुल हैं. राष्ट्रपति के तौर पर मैंने देखा कि किस तरह मंडेला ने अपने जेलरों को माफ कर दिया."

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पेले के साथ नेल्सन मंडेलातस्वीर: AP

अमेरिका के एक और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने मंडेला के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की और लिखा, "आज दुनिया ने अपने सबसे अहम नेताओं में से एक को खो दिया और एक शानदार इंसान को भी."

पिछली सदी में उपनिवेश देख चुके कई अफ्रीकी देशों में भी मंडेला के गुजरने के बाद जज्बात उमड़ पड़े. नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जॉनसन ने कहा, "मानवता ने एक ऐसे योद्धा को खो दिया, जो लगातार शांति, आजादी और बराबरी के लिए संघर्ष करता रहा."

ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रउसेफ ने कहा, "इस महान नेता की मिसाल हमें सामाजिक न्याय और शांति के लिए संघर्ष करने में मदद करती रहेगी." उद्योगपति, लेखक, चिंतक, कलाकार और खेल जगत के लोगों ने भी संदेश दिए.

माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स ने कहा कि वह और उनकी पत्नी निजी तौर पर मंडेला से प्रभावित थे, "जब भी मेलिंडा और मैं नेल्सन मंडेला से मिले, हमारे अंदर पहले से ज्यादा प्रेरणा रही. उनकी वजह से दुनिया बदली है. यह एक दुखद दिन है."

मंडेला को 1993 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया, जो उन्होंने रंगभेद शासन के आखिरी राष्ट्रपति एफडब्ल्यू क्लार्क के साथ बांटा. क्लार्क ने सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तानांतरण किया था.

ब्राजील के फुटबॉल खिलाड़ी पेले ने कहा कि मंडेला उनके लिए हीरो थे. हालांकि इन सबके बीच सबसे ज्यादा जज्बात दक्षिण अफ्रीका में दिखे. आर्चबिशप डेसमंड टुटु का कहना है, "पिछले 24 साल में मदीबा ने हमें बताया कि हमें कैसे साथ आना चाहिए और खुद में कैसे भरोसा करना चाहिए."

एजेए/एए (एएफपी)

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