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चोरी की चिंता नहीं

१० फ़रवरी २०१४

स्मार्टफोन और दूसरे मोबाइल गैजेट्स में अब लगाने होंगे 'किल बटन'. इन उपकरणों में मौजूद निजी सूचनाओं को किसी और के हाथों में जाने से रोकने के लिए अमेरिका में पहली बार एक बिल लाया गया है.

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CES 2014 Smartphones Tablette
तस्वीर: JUNG YEON-JE/AFP/Getty Images

आए दिन बाजार में नए नए फीचर्स वाले मोबाइल फोन और मनमोहक डिजाइनों वाले वायरलेस उपकरण उतर रहे हैं. एक तरफ तो इन मोबाइल उपकरणों में इतनी सारी सुविधाएं होने के कारण हमें सारी चीजें अंगुलियों के इशारे पर मिल जाती हैं. वहीं दूसरी ओर अगर आपका पसंदीदा स्मार्टफोन या टैबलेट खो जाए या किसी चोर के हाथ लग जाए तो अपनी निजी जानकारियों के गलत इस्तेमाल का डर सताने लगता है. इसी खतरे से बचाने के लिए अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में शुक्रवार को एक कानून का प्रस्ताव लाया गया. इसके अनुसार अब हर स्मार्टफोन और दूसरे मोबाइल उपकरण बनाने वाली कंपनियों को उनके सारे गैजेट्स में 'किल स्विच' लगाना जरूरी होगा. इससे चोरी होने या किसी अन्य स्थिति में खो जाने पर भी सिर्फ एक बटन दबाने से आपका स्मार्टफोन या कोई और हाईटेक मोबाइल डिवाइस चोर के किसी काम का नहीं रहेगा.

दुनिया के लिए 'मॉडल'

सैन फ्रांसिस्को जिले के वकील जॉर्ज गैस्कन और कई दूसरे कानूनी अधिकारियों ने मिलकर तय किया कि अगर यह विधेयक पास हो जाता है, तो अगले साल की शुरूआत तक ही कैलिफोर्निया को भेजे और वहां बेचे जाने वाले सभी मोबाइल उपकरणों में इस 'किल बटन' का होना जरूरी होगा. डेमोक्रेटिक पार्टी के दो नेताओं ने मिलकर इस कानून का मसौदा तैयार किया. सीनेटर मार्क लेनो और असेंबली की सदस्य नैंसी स्किनर का साथ दिया एटॉर्नी गैस्कन और न्यू यॉर्क के एटॉर्नी जनरल एरिक श्नाइडरमैन सहित अन्य अधिकारियों ने. श्नाइडरमैन पहले से इस बात की मांग कर रहे थे कि मोबाइल डिवाइस निर्माता देश भर में बढ़ती स्मार्टफोन चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए 'किल बटन' लगाएं.

अमेरिका में यह इस तरह का पहला विधेयक है. मोबाइल डिवाइस निर्माताओं को स्मार्टफोनों की चोरी को रोकने के उपाय पेश करने के लिए इसी साल जून तक का समय दिया गया है.

अपराध रोकने वाली तकनीक

वायरलेस सेवाएं देने वाले समूह, सीटीआईए का कहना है कि एक स्थाई किल स्विच लगाने के बहुत से खतरे हैं. इसके किसी हैकर के हाथ लगने पर वह न सिर्फ किसी व्यक्ति के मोबाइल को बंद कर सकता है बल्कि सरकारी विभागों जैसे रक्षा विभाग, होमलैंड सुरक्षा और कानूनी एजेंसियों के उपकरणों की सेवाएं भी रोक सकता है. इस असोसिएशन ने चोरी हुए फोनों का एक डेटाबेस तैयार किया है, जो बीते नवंबर में लॉन्च हुआ. इसका मकसद चोरी हुए फोनों की खरीद फरोख्त पर लगाम लगाना है.

फेडरल कम्युनिकेशन्स कमीशन के अनुसार, अमेरिका में होने वाली हर तीन में से एक चोरी स्मार्टफोन की होती है. आयोग ने अपने एक अध्ययन में पाया कि सिर्फ साल 2012 में स्मार्टफोन जैसे मोबाइल उपकरणों के खोने या चुराए जाने के कारण उपभोक्ताओं को कुल 30 अरब डॉलर से भी अधिक का नुकसान हुआ है. केवल सैन फ्रांसिस्को में ही कुल चोरियों में करीब 60 प्रतिशत मामले किसी मोबाइल डिवाइस की चोरी के होते हैं.

कंपनियां भी साथ

पिछले साल दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माता सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने उपकरणों पर एक किल स्विच लगाने की पेशकश की थी. लेकिन कंपनी ने गैस्कन के सैन फ्रांसिस्को कार्यालय को बताया कि उसके इस प्रस्ताव को अमेरिका के बड़े बड़े वायरलेस कंपनियों ने खारिज कर दिया था. सैमसंग ने अपने बयान में कहा कि उसे नहीं लगता कि इस मामले में कोई कानून लाए जाने की जरूरत है. कंपनी ने कहा कि वह गैस्कन, अन्य अधिकारियों और दूसरे वायरलेस पार्टनर्स के साथ मिलकर स्मार्टफोन की चोरियां रोकने के लिए मिलकर आगे भी काम करती रहेगी.

Symbolbild Patentstreit Apple Samsung
सैमसंग और एप्पल हैं सुरक्षा के कदम उठाने में आगेतस्वीर: picture-alliance/dpa

दुनिया भर में अपनी अलग पहचान रखने वाले बेहद लोकप्रिय आईफोन नामके स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी, एप्पल का कहना है कि उसके आईओएस 7 सॉफ्टवेयर में "एक्टिवेशन लॉक" नाम का एक फीचर होगा जो चोरों को फोन की लोकेशन का पता लगाने वाले एप्लीकेशन को बंद करने से रोकेगा. इसके साथ ही फोन का मालिक मोबाइल से दूर रहते हुए भी रिमोट तकनीक से उसे लॉक कर सकेगा और फोन से अपना सारा डेटा मिटा भी सकेगा. इससे यूजर की कोई भी निजी जानकारी किसी और के हाथ नहीं लगेगी.

आरआर/एएम (एपी)

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