फेटल के ताज पर खतरा
८ मार्च २०१४2010 से लगातार फॉर्मूला वन चैंपियन बनते आ रहे जर्मनी के सेबास्टियान फेटल के लिए 2014 थोड़ा चुनौती भरा होगा. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में अगले हफ्ते साल की पहली फॉर्मूला वन रेस होने वाली है. प्री सीजन के पहले हुई टेस्टिंग में चार बार चैंपियन फेटल और उनकी रेडबुल टीम में नए हाइब्रिड टर्बो इंजन को लेकर थोड़ी चिंता दिखी. 26 वर्षीय जर्मन पायलट फेटल ने कहा, "अभी आसान स्थिति नहीं है. लेकिन सिर झुकाने का कोई कारण भी नहीं है."
बहरीन में अंतिम टेस्ट रन रेडबुल के लिए परेशानी भरा रहा. फॉर्मूला वन डॉट कॉम वेबसाइट से फेटल ने कहा, "मैं जब मीडिया में पढ़ता हूं कि हम बहुत बड़ी परेशानी के बीच में हैं...लेकिन मुझे लगता है कि हम इससे बाहर आ जाएंगे. मेरे साथ टीम में हर कोई लड़ने को तैयार है."
कितनी तैयार रेडबुल
ग्रां प्री की चमक भरी दुनिया में अगले हफ्ते क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है. खासकर इस खेल के इतिहास में सबसे बड़े तकनीकी सुधार लागू होने जा रहे हैं. कार के इंजन को भी बदला गया है. इस सीजन में फॉर्मूला वन कारों में टर्बोचार्ज्ड वी 6 इंजन होंगे जो एनर्जी रिकवरी तकनीक से लैस होंगे. इसके अलावा 35 फीसदी ईंधन की खपत को कम करने की भी योजना है. इन सब बदलावों के कारण फॉर्मूला वन कारों की आवाज भी बदल जाएगी.
स्पोर्ट्स इंजीनियर और मैकेनिकों की नजर में ये अब तक का सबसे बड़ा परिवर्तन है. दबाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नई कार में फेटल और उनके नए ऑस्ट्रेलियाई साथी डेनियल रिकियार्डो ने सिमुलेशन रेस भी पूरी नहीं की. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि रेडबुल अपनी परेशानियों से कब बाहर आ सकेगी.
लुइस हैमिल्टन की मर्सिडीज टीम पहले से ही फॉर्मूला वन के पंडितों के बीच पसंदीदा टीम बनी हुई है. लेकिन ब्रिटेन के हैमिल्टन ने फेटल के फर्राटे से वाकिफ हैं. बीती दो चैंपियनशिपों में फेटल ने आधे सत्र के बाद गजब का प्रदर्शन किया और खिताबों को चूम लिया. हेमिल्टन कहते हैं, "देखने से ऐसा लगता है कि उनके पास शानदार कार है. वह खूबसूरत और तेज भी है. एक बार इंजन और सिस्टम की परेशानियां हल हो जाएगी तो मुझे लगता है हमेशा की तरह उन्हें मात देना मुश्किल हो जाएगा."
एए/ओएसजे (रॉयटर्स)