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लापता ही रहा विमान का मलबा

२१ मार्च २०१४

ऑस्ट्रेलिया के दावों के दो दिन बाद भी मलेशिया के गायब विमान का मलबा नहीं मिल पाया है. शुक्रवार को भी टोही विमान नाकाम हालत में अड्डे पर लौट आए और अब एक और सूर्योदय का इंतजार है.

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तस्वीर: Reuters/Australian Defence Force

आबादी से दूर दराज के दक्षिणी ध्रुव के आस पास अंतरराष्ट्रीय प्रयास से विमानों को मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट एमएच 370 के मलबे की संभावित खोज के लिए भेजा गया. लेकिन दो दिनों के लगातार प्रयास के बाद भी दो हफ्ते से चली आ रही गुत्थी नहीं सुलझ पाई. दो हफ्ते पहले मलेशियाई राजधानी क्वालालंपुर से चीन की राजधानी बीजिंग के लिए उड़ान भरने के बाद से इस विमान का कुछ पता नहीं लगा है.

दक्षिणी ध्रुव के पास का इलाका बेहद दुर्गम है, जहां पहुंचने में ही विमानों को करीब चार घंटे लग जाते हैं. इतना ही समय लौटने में लग रहा है. यानी काम करने के लिए सिर्फ दो घंटे का वक्त ही बच पा रहा है. दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया ने दावा किया था कि सैटेलाइट से 24 मीटर लंबी कोई चीज दिखी है, जो संभव है कि विमान का मलबा हो. इसके बाद मुसाफिरों के रिश्तेदारों और पूरी दुनिया को उम्मीद जगी थी कि कम से कम विमान का पता तो चल सकेगा.

Malaysia Suche Norwegen Schiff 20.03.2014
नॉर्वे का जहाज खोज अभियान मेंतस्वीर: Reuters/hoegh.com/Handout/NTB Scanpix

ऑस्ट्रेलियाई नौसैनिक सुरक्षा के मैनेजर जॉन यंग का कहना है, "हालांकि जब हमने शुरू किया था तो खोजने की जगह बहुत छोटी थी लेकिन जब आप खिड़की के बाहर देखते हैं, तो पाते हैं कि इतनी सी जगह में भी कुछ खोज पाना बहुत दूभर है." उन्होंने कहा कि कुछ पक्के तौर पर कहने के लिए अभी कई बार यह काम करना होगा. अभियान में मौसम भी अड़ंगा लगा रहा है. हालांकि शुक्रवार का मौसम गुरुवार की तुलना में बेहतर था लेकिन इलाका ही ऑस्ट्रेलिया से 2300 किलोमीटर दूर है और वहां तक पहुंचना मुश्किल काम है.

यंग ने बताया कि शनिवार को भी खोज का काम जारी रहेगा. उधर पापुआ न्यू गिनी में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबट ने कहा, "हमारे पास जो कुछ भी है, हम उस इलाके में लगा रहे हैं ताकि पता चले कि यह मलबा किस चीज का है." उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि हो सकता है कि यह जहाज से फेंका गया कोई ड्रम भी हो सकता है.

ऑस्ट्रेलिया के इस दावे के बाद मलेशियाई अधिकारियों ने भी कहा था कि उन्हें पहली बार कोई चीज पक्के तौर पर मिल रही है. लेकिन रिश्तेदारों का गुस्सा और हताशा कम नहीं हो पा रही है. बीजिंग में शुक्रवार को रिश्तेदारों ने मलेशियाई अधिकारियों से मुलाकात की. वे लंबे वक्त से एक होटल में जानकारी पाने के लिए रुके हुए हैं.

इससे पहले नॉर्वे का एक जहाज भी वहां पहुंच गया है, जो तलाशी के काम में मदद कर रहा है. कारों से भरा यह जहाज दक्षिण अफ्रीका से ऑस्ट्रेलिया के रास्ते में था. ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने बताया कि दो और जहाज वहां भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा चीन के तीन नौसैनिक जहाज भी उस रास्ते में हैं लेकिन अभी पक्का नहीं है कि क्या वे भी वहां जा रहे हैं.

एजेए/ओएसजे (एपी)