सांस्कृतिक कार्निवल 2014
जर्मन राजधानी बर्लिन में हर साल बहुसांस्कृतिक कार्निवल का आयोजन होता है. इस साल 80 से ज्यादा ग्रुपों ने सड़कों पर निकल कर परेड की.
शानदार आयोजन
यह शहर के लिए एक शानदार रंगरंगीला दिन रहा. सालाना सांस्कृतिक कार्निवल के दौरान गली ही स्टेज बन गी. सिर्फ 5000 आधिकारिक हिस्सेदारों के लिए ही नहीं, हजारों दूसरे लोगों के लिए भी.
शहर की पहचान
लगातार 19वें साल की परेड में हिस्सा लेने करीब साढ़े सात लाख लोग पहुंचे. अब यह परेड बर्लिन की पहचान बनती जा रही है, जो हर गर्मी में होती है. शहर और पर्यटक दोनों का पसंदीदा.
शांतिपूर्ण सहअस्तित्व
मिलिए नादिया एबर्स से, जो कहती हैं, "मैं इसमें पांचवीं बार आ रही हूं. मुझे यह पसंद है क्योंकि हर कोई दूसरे के साथ मिल कर शांति से इसे मनाता है, किसी को मतलब नहीं कि आप कहां से आए हैं."
खास चेहरे
थाइलैंड की बान माई रूह रॉय के प्रतिनिधियों के लिए भी यह महत्वपूर्ण है. एक सदस्य कहती हैं, "बर्लिन में हमारी संस्था 17 साल से है. हम हर साल सांस्कृतिक कार्निवल का हिस्सा बन कर खुश होते हैं."
एक बात सामान्य
और ये हैं "मिट्टी के लोग", जो सिलेसिआ से आए हैं. इनके कपड़े इनके इलाके के चीनी मिट्टी उद्योग की ओर इशारा कर रहे हैं. ये खास तौर पर पोलैंड से आए हैं.
औचक कला
इस कार्यक्रम के दौरान एक चीज जो जबरदस्त तरीके से दिखती है, वह है अचानक कोई कलाबाजी लगाने लगता है. यह वह जगह है, जहां कोई अचानक से कलाकार बन कर सामने आ सकता है.
खाना पीना शानदार
गली नुक्कड़ पर हर किसी की पसंद की कुछ न कुछ चीज खाने को मिल जाएगी. क्रोएजबर्ग में सेनेगल के समोसे भी हैं और कोरियाई बर्गर भी.
वैश्विक दर्पण
चार दिनों तक चलने वाले इस समारोह में 100 कंसर्ट और 300 प्रदर्शन होते हैं. ऐसे ही एक प्रदर्शन में ड्रम बजाती बर्लिन की एक पार्टी.
ठंडा ठंडा पानी
और अगर तापमान 30 डिग्री से ज्यादा बढ़ जाए, तो फिर सांस्कृतिक कार्निवल के किसी कोने पर ऐसा नजारा भी दिख सकता है..