1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

फिल्म से भी महंगे वीडियो गेम

२८ जुलाई २०१४

कंप्यूटर गेम्स से होने वाली कमाई फिल्मों की कमाई को पछाड़ चुकी है. अब कई खेलों की कीमत बड़े हॉलीवुड प्रोडक्शन के बराबर की होती है.

https://p.dw.com/p/1CkZP
Blizzard Computerspiel - Diablo III
तस्वीर: Blizzard

वॉचडॉग्स नाम के कंप्यूटर गेम की कीमत पांच करोड़ यूरो है. फ्रांसीसी कंपनी ऊबीसॉफ्ट ने इसे बनाया है, जो यूरोप की सबसे बड़ी खेल निर्माता कंपनी है. इसके रिलीज होने से पहले ही इसे कंप्यूटर गेम्स की दुनिया में मील का पत्थर बताया जा रहा था और साल का सबसे अहम नया गेम भी. स्टार वॉर्स का द ओल्ड रिपब्लिक कंप्यूटर गेम तीसरा सबसे महंगा गेम है. इसकी कीमत पंद्रह करोड़ यूरो है. जीटीए फाइव नाम के कंप्यूटर गेम के उत्पादन और मार्केटिंग में बीस करो़ड़ यूरो लगे. गेम रिलीज होने के कुछ समय बाद स्कॉटिश गेम डेवलपर कंपनी की सारी लागत निकल गई.

इतने महंगे क्यों

कंप्यूटर गेम बनाने की कीमत अक्सर हजारों डॉलर होती है और इसका एक बहुत बड़ा कारण है. गेम डिजाइन प्रोफेसर लिंडा ब्राइटलाउख कहती हैं, "कंप्यूटर गेम बनाना फिल्म सेट जैसा नहीं है कि कुछ हफ्ते पहले आप कैमरा ले कर घूम लें. बल्कि वह सब जो आप गेम के दौरान स्क्रीन पर देखते हैं, वह कंप्यूटर पर बनाया जाता है. इसके कारण काम करने वाले लोगों की लागत काफी होती है और यही सबसे बड़ा खर्चा होता है."

प्रोग्रामर ट्रेनिंग के लिए जर्मन शहर ट्रियर में एक मशहूर संस्थान है. यहां कई नई तरह की गेम जॉयस्टिक विकसित की जा रही हैं. ये ब्रांच लगातार बढ़ रही है. गेम्स से होने वाली कमाई ने फिल्म बाजार को भी पछाड़ दिया है. कंप्यूटर गेम्स की छवि भी बदल गई है. जर्मनी में हर दूसरा व्यक्ति गेम खेलता है और पुराने गेम्स तो सांस्कृतिक धरोहर बन गए हैं.

फिल्मस्टार से टीवी स्टार तक

गेम डिजाइन करने वालों को आजकल नई नई ट्रिक्स ईजाद करनी पड़ती हैं ताकि खेल में दिखाई देने वाली हलचल एकदम असली दिखाई दे. इसके लिए अधिकतर निर्माता महंगी मोशन कैप्चर टेकनीक का इस्तेमाल करते हैं. व्यावसायिक स्टूडियो में मशहूर अभिनेताओं को सेंसरवाले ड्रेस पहनाए जाते हैं और उन्हें अनगिनत कैमरा के आगे एक्शन के लिए कहा जाता है.

एक गेम जिसने इस तकनीक का शानदार इस्तेमाल किया, वह है बियॉन्ड टू सोल्स. इसके लिए हॉलीवुड अभिनेता एलेन पेज और विलेम डाफो को पैरिस की एक कंपनी ने खास तौर पर बुलाया गया था. इस खेल में गेम और फिल्म के बीच का अंतर खत्म हो गया है.

अभी नहीं कहा जा सकता कि एक स्टार का वीडियो गेम में अवतार लोगों को पसंद आएगा या नहीं. लेकिन फिल्म के सेट में एक्टिंग करना गेम की काल्पनिक दुनिया में एक्टिंग करने से काफी अलग है.

इंटेलिजेंट एंटरटेनमेंट

स्वीडन के गेम पेपर्स प्लीज गेम में खिलाड़ी सीमा में तैनात सैनिक की भूमिका निभाते हैं और तय करते हैं कि क्या विदेशी सीमा पार कर सकते हैं या नहीं. पुराने जमाने के ग्राफिक के बावजूद इस गेम को पसंद किया जा रहा है. ऊबीसॉफ्ट कंपनी के जर्मनी में निदेशक बेनेडिक्ट शूलर कहते हैं, "सिर्फ ज्यादा धन निवेश करने का ही मुद्दा नहीं है, या फिर बड़े होने, रियल दिखने या बढ़िया साउंड इफेक्ट का भी मुद्दा नहीं. बल्कि मामला है इंटेलिजेंट एंटरटेनमेंट का और संदेह की स्थिति में यह एक कंप्यूटर गेम भी कर सकता है."

वॉचडॉग्स इस वक्त एक ऐसा गेम है जो कंप्यूटर गेम की तकनीकी संभावनाओं का अधिकतम इस्तेमाल करता है. हजारों यूरो की लागत वाला यह खेल फिल्म की तरह लगता है. कोई आश्चर्य नहीं कि खेल पर फिल्म बनना पहले ही तय हो गया हो.

रिपोर्टः रॉबर्ट रिष्टर/एएम

संपादनः ईशा भाटिया