1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

पीछे हटे रूसी सेना - अमेरिका

१४ अगस्त २००८

रूस और जॉर्जिया के विवाद को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर रूस को आड़े हाथों लिया है. संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के आरोपों के मद्देनज़र अमेरिका ने कहा है कि इस तरह रूस अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में अलग पड़ जाएगा.

https://p.dw.com/p/Ewvo
अमेरिका रूस के रुख से चिंतिततस्वीर: AP

रूस ने कहा है कि वह गुरुवार को अपनी सेना गोरी शहर से हटा लेगा. शांति प्रस्ताव पर राज़ी होने के बावजूद ख़बरें थीं कि रूस ने अपनी सैन्य कार्रवाई बंद नहीं की है और सेना गोरी शहर की पूर्वी सीमा पर जमी हुई है. गोरी के नागरिकों ने बताया कि उन्हें लूटा जा रहा है. जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिख़ाइल साकाश्विली ने आरोप लगाया था कि रुस की सेना जॉर्जियाई गांवों को जला रही हैं और लोगों पर हमला कर रही है. एएफपी समाचार एजेंसी के मुताबिक़ रूसी सेना और दक्षिणी ओसेतिया के अलगाववादियों ने गोरी शहर में घर घर की तलाशी ली. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किस तरह उन्हें अलगाववादियों ने डराया धमकाया. अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने रूसी सेना की कार्रवाईयों के बारे में कहा कि अमेरिका को इस समाचार पर गहरी चिंता है कि रूसी सेना गोरी शहर की पूर्वी सीमा पर है. इससे सेना पूर्व पश्चिमी राजमार्ग को रोक सकती है इससे देश के दो हिस्सों में बंटने का और जॉर्जिया की राजधानी के लिये ख़तरा पैदा हो सकता है.

Georgien Frau in Gori
गोरी में क्षुब्ध लोगतस्वीर: AP

बुश ने कहा कि वे जॉर्जिया के लिये हवाई और नौसेना की मदद से सहायता पहुंचाएंगे और उन्हें उम्मीद है कि रूस इसका सम्मान करेगा. इसी बीच राहत सामग्री के साथ एक अमेरिकी हवाई जहाज़ गुरुवार को त्बिलिसी पहुंचा

बुश ने कहा कि आने वाले दिनों में अमेरिकी सैन्य हवाई जहाज़ और नौसेना को भी मानवीय और चिकित्सकीय राहत सामग्री पहुंचाने के लिये इस्तमाल की जाएगी. उम्मीद है कि रूस सभी तरह की मानवीय सहायता को आने की इजाज़त देगा.

Condoleezza Rice zu Besuch in der Tschechischen Republik
राइस आज त्बिलिसी मेंतस्वीर: AP

अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलीसा राइस को जॉर्जिया और फ्रांस की यात्रा पर भेजा जा रहा है. कोंडोलीसा राईस ने वॉशिंगटन में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अगर रूस संघर्ष विराम का वादा तोड़ रहा है और रूस के संघर्ष विराम के प्रति रुख को लेकर जो रिपोर्टें सामने आ रही हैं वे अच्छी नहीं हैं. इससे रूस और अलग थलग पड़ जाएगा. अभी ज़रूरी है कि रूस को याद दिलाया जाए कि उसने सैनिक कार्रवाई रोकने का वादा किया है. बहरहाल शांति पर जॉर्जिया और रूस राज़ी तो हो गए हैं अब ये संघर्ष विराम लंबे समय तक टिका रहेगा ऐसी उम्मीद है.