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सेंसेक्स 12000 के पार

४ मई २००९

मंदी की मार खाने के बाद आज पहली बार सेंसेक्स ने 12000 का आंकड़ा पार कर लिया. विश्व भर के बाज़ारों में सिर्फ़ एशियाई बाज़ार ऐसे हैं जो मंदी से तेजी से उभरते नज़र आ रहे हैं

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ऊपर चढ़ा सेंसेक्सतस्वीर: AP

अक्टूबर 2008 के क़रीब सात महीने बाद मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स ने आज 12000 का आंकड़ा फिर से पार कर लिया. आज सुबह से सेंसेक्स करीब 590 पॉइंट चढ़ा. सभी एशियाई बाज़ारों में बढ़त देखी गई. हांग कांग के हेंग सेंग और सिंगापुर के स्ट्रेट्स टाइम्स में भी औसतन पांच प्रतिशत की बढ़त देखी गयी.

एशियाई बाज़ारों में तेज़ी के कई कारण हैं, जैसे चीन के मज़बूत औद्योगिक आंकड़े और विदेशी निवेश में बढ़ोतरी. विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में भारतीय बाज़ारों में कुल 7200 करोड़ का निवेश किया.मेटल और बैंकिंग सेक्टरों में सबसे ज़्यादा बढ़त देखी गई.

जानकारों का मानना है कि मुंबई का सेंसेक्स करीब 7-8 हफ्तों तक और ऊपर उठेगा लेकिन लोक सभा चुनावों के नतीजे और स्वाइन फ़्लू की चिंता सेंसेक्स को फिर नीचे ला सकती है. सेंसेक्स में सबसे ज़्यादा बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में स्टेरलाइट (11%), एचडीएफसी (9%), टीसीएस (8.5%), हिंडाल्को, टाटा स्टील और विप्रो (8%) रहे.

सेंसेक्स पर ट्रेड होने वाले 2,126 शेयरों में कुल मिलकर 1504 ने बढ़त दर्ज की और 561 नीचे गिरे.

जानकारों का कहना है कि दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते बाज़ार चीन में भरोसे की वजह से भारत में भी शेयर बाज़ार में रौनक़ लौटी है. चीन के पर्चेसिंग इंडेक्स में तेज़ी से बढ़त होती दिख रही है. उनका कहना है कि इसके अलावा विदेशों के निवेशकों ने जो भारतीय बाज़ार में पैसा लगाया है, उसकी ख़बर का भी सेंसेक्स पर अच्छा असर पड़ा है. हफ़्ते के पहले कारोबारी दिन बढ़त लेने के बाद अब देखना यह है कि अमेरिकी शेयर बाज़ार किस तरह से खुलता है और उसका भारतीय बाज़ार पर क्या असर पड़ता है.

रिपोर्ट: पीटीआई/पी चौधरी

संपादनः ए जमाल