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500 किलोमीटर के तैराकी मिशन पर निकली जर्मन जोड़ी

३ अगस्त २०१०

जर्मनी के दो लोग 500 किलोमीटर लंबे तैराकी मिशन पर निकल पड़े हैं. 33 साल की महिला और 58 साल के पुरुष तैराक की तमन्ना है कि वो नदियों पर तैरते हुए उत्तर में उत्तरी सागर तक पहुंचे. पालतू बत्तखें भी साथ.

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फुल्डा से शुरू तैराकीतस्वीर: AP

जर्मनी के शहर कासल में सोमवार को पिया मारी विट और विलफ्रीड आरनॉल्ड ने फुलडा नदी में डाइव लगाई. इसके साथ ही दोनों तैराक नामुकिन से लगने वाले मिशन पर निकल पड़े. दोनों तैराक अब सितंबर तक तैरते रहेंगे. उनका लक्ष्य 500 किलोमीटर की यात्रा करते हुए बाल्टिक सागर तक पहुंचने का है. अब तक इंग्लिश चैनल को तैराकी का सबसे कड़ा इम्तिहान माना जाता है. इंग्लिश चैनल पार करने वाले तैराक करीब 36 किलोमीटर तैरते हैं.

Flash-Galerie Ostseepipeline
बाल्टिक सागर तक पहुंचने की तमन्नातस्वीर: Nord Stream AG

विट और आरनॉल्ड का साथ सात बत्तखें भी दे रही हैं. यह उनकी पालतू बत्तखें है जो हर दिन उनके साथ तैरेंगी लेकिन सिर्फ 20 मिनट. बत्तखें ज्यादा दूरी तक नहीं तैर सकती, इसलिए उन्हें बस हौसला बढ़ाने के लिए साथ रखा जा रहा है. तैराकों की जोड़ी का कहना है कि वह यह किसी रिकॉर्ड के लिए नहीं कर रहे हैं. दोनों का कहना है कि उन्होंने कई साल पहले ऐसा करने की ठानी थी, अब वह योजना को अंजाम दे रहे हैं.

विट और आरनॉल्ड को फुलडा के बाद वैसर नदी पर तैरना होगा. सितंबर के मध्य तक अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए उन्हें हर दिन 10 से 15 किलोमीटर तैरना होगा. अगर दोनों सितंबर के मध्य तक उत्तरी सागर में नहीं पहुंचे तो कड़ाके की सर्दी आगे की रहा मुश्किल कर देगी. जोड़ी को चुनौतियों और खतरे का एहसास भी है, इसलिए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दोनों के पीछे हर वक्त एक कार या नाव होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा एम