जर्मन फिल्म स्टूडियो के 100 साल
२६ अप्रैल २०११भारत में जहां फिल्मिस्तान जैसे पुराने फिल्म स्टूडियो को बंद किया जा रहा है वहीं जर्मनी में सबसे पुराने स्टूडियो की 100वीं वर्षगांठ जोरशोर से मनाई जा रही है. पोट्सडाम शहर में 20 साल पहले यहां एक फिल्म पार्क भी बनाया गया, जहां लोग आ कर देख सकते हैं कि फिल्में किस तरह से बनती हैं. फिल्म पार्क की 20वीं और पोट्सडाम फिल्म म्यूजियम की 30वीं सालगिरह भी शहर की खुशियों में चार चांद लगा दिए हैं. शहर में कई तरह के समारोह आयोजित किए गए हैं. कई अलग अलग तरह के कार्यक्रम रखे गए हैं जिनमें प्रदर्शनियों के साथ साथ फिल्में भी दिखाई जाएंगी.
फिल्म्पार्क बेहद हाइटेक है. पार्क में 4डी फिल्में दिखाई जाती हैं और स्टंट स्टूडियो भी है जहां फिल्मों के स्टंट सीन शूट किए जाते हैं. 1926 में साइंस फिक्शन फिल्म मेट्रोपोलिस की शूटिंग भी यहीं हुई थी. अब तक 1500 से अधिक फिल्मों की शूटिंग यहां हो चुकी है.
रईसों की जगह
बाबेल्सबर्ग आज बर्लिन से सटे हुए पोट्सडाम का हिस्सा जरूर है, लेकिन पहले विश्व युद्ध से पहले यह एक पिछड़ा हुआ इलाका था जहां लोग नहीं रहा करते थे. इसी कारण 1911 में बिस्कोप कंपनी ने यहां स्टूडियो बनाया. यह केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी बेहद लोकप्रिय हुआ. स्टूडियो बनने से आस पास की जगह में भी जान डल गई. जर्मनी के सबसे महंगे घर यहां देखे गए. कई बड़े सितारों ने यहां घर खरीदे. साथ ही देश के सबसे रईस लोग भी यहीं रहा करते थे. ज्यादातर लोग प्रतिष्ठित वकील, कलाकार या वैज्ञानिक थे.
आज भी बाबेल्सबर्ग शहर का वो हिस्सा है जहां बड़े बड़े विला और फार्महाउस हैं. पोट्सडाम वैसै भी सैलानियों में बेहद लोकप्रिय शहर है. अब पोट्सडाम घूमने आए लोगों को सिटी टूर में यह सब दिखाया जाता है. लोग झील में घूमते हुए इस सुन्दर नजारे का मजा लेते हैं. ऐसे में बाबेल्सबर्ग की सालगिरह प्रशासन के लिए सैलानियों को और भी लुभाने का एक अच्छा मौका है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: उभ