1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

दर्शकों को भाने लगी हैं बोल्ड फिल्में:आयुष्मान

१ जुलाई २०१२

अपनी पहली ही फिल्म विक्की डोनर में पैसों के लिए स्पर्म डोनर की भूमिका निभाकर कामयाबी हासिल करने वाले नए अभिनेता आयुष्मान खुराना मानते हैं कि दर्शक अब लीक से हट कर बनने वाली बोल्ड फिल्में पसंद करने लगे हैं.

https://p.dw.com/p/15OqZ
तस्वीर: DW/Mani

आयुष्मान खुराना को व्यावसायिक सिनेमा से बिल्कुल परहेज नहीं है बल्कि वह इसे बेहद पसंद करते हैं. बावजूद इसके वह विक्की डोनर जैसे बोल्ड विषयों पर बनी फिल्मों में ही काम करने को तरजीह देंगे. टीवी शो में वीजे की भूमिका निभाने वाले और एम टीवी के शो रोडीज के दूसरे संस्करण के विजेता खुराना कहते हैं कि दर्शकों की समझ को ध्यान में रखते हुए ही आगे बढ़ना समझदारी है. एक फैशन शो के सिलसिले में कोलकाता आए खुराना ने अपनी कामयाबी, इससे जीवन में आए बदलाव और भावी योजनाओं के बारे में डॉयचे वेले से बातचीत की.

पहली ही फिल्म में कामयाबी के बाद कैसा महसूस हो रहा है?

मेरे मित्रों और परिचितों को इस कदर कामयाबी की उम्मीद नहीं थी. कह सकते हैं कि फिल्म की रिलीज से पहले मैं अंडरडॉग था. अपनी कक्षा में भी चुपचाप रहता था. पहले खुद मुझे भी उम्मीद नहीं थी कि वीजे बनूंगा. इसी तरह पहली ही फिल्म से शोहरत मिलेगी, यह भी नहीं सोचा था.

विकी डोनर के बाद जीवन में कैसा बदलाव आया है?

कुछ खास नहीं. अंतर यह है कि जहां भी जाता हूं अब लोग मुझसे तरह-तरह के सवाल पूछते हैं. हां, जीवन काफी व्यस्त हो गया है. मैं महीनों अपने घर चंडीगढ़ भी नहीं जा पाता.

करियर की पहली ही फिल्म में लीक से हट कर भूमिका निभाने का ख्याल कैसे आया?

दरअसल, रोडीज शो के दौरान मैंने 19 साल की उम्र में ही इलाहाबाद में पहली बार शुक्राणु दान किया था. इसलिए जब ऐसी फिल्म का ऑफर मिला तो मैंने बेझिझक हामी भर दी. इस किरदार के लिए कोई खास मेहनत करने की जरूरत नहीं थी. लेकिन फिर भी इसे करना इतना आसान नहीं था मेरे लिए. यह मेरी पहली फिल्म भी थी और इसमें मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना था. मुझे खुशी है कि लोगों को मेरा किरदार पसंद आया.

Indien Kolkata Modeshow
तस्वीर: DW/Mani

आखिर विकी डोनर जैसी लीक से अलग विषय पर बनी फिल्म को मिली कामयाबी की वजह क्या है?

इसकी कहानी थोड़ी अलग है. शायद यही वजह है कि लोगों ने इसे पसंद किया. यह आज के वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई गई फिल्म है. इसलिए इसे लोगों का भरपूर प्यार मिला है. इसके अलावा भारतीय दर्शक अब बोल्ड विषयों पर बनी फिल्मों को देखने के लिए परिपक्व हो गए हैं. वह बोल्ड विषयों को पसंद भी करने लगे हैं. मौजूदा दौर में कामयाबी हासिल करने के लिए दर्शकों की पसंद-नापंसद का ख्याल रख कर ही आगे बढ़ना होगा.

आप छोटे परदे से फिल्मों में आए हैं. क्या आगे भी टीवी पर काम करेंगे?

एक कलाकार के लिए माध्यम ज्यादा जरूरी नहीं होता. और टीवी तो आजकल एक सशक्त माध्यम हो गया है. मैं टीवी की बजाय अब फिल्मों पर ज्यादा ध्यान दूंगा. मैं हर फिल्म में कुछ अलग और कुछ नया करना चाहता हूं. इसलिए कम लेकिन अच्छी फिल्में ही हाथ में लूंगा.

विकी डोनर के बाद आगे कौन सी फिल्में कर रहे हैं?

फिलहाल कई अच्छे ऑफर हैं. विकी के बाद मैं जॉन अब्राहम के प्रॉडक्शन हाउस की अगली फिल्म 'हमारा बजाज' कर रहा हूं. हमारा बजाज आगरा के एक गुस्सैल टूरिस्ट गाइड की कहानी है जो आगे चलकर बॉलीवुड का सुपरस्टार बन जाता है. इसके अलावा, 'तुम बिन लादेन' के सीक्वल और रोहन सिप्पी की अगली फिल्म के लिए भी बात चल रही है.
आपको गाने के भी ऑफर मिल रहे हैं?

हां, विकी डोनर में मेरे गाए गीत पानी दा रंग के बाद इसके लिए भी ऑफर मिल रहे हैं. लेकिन फिलहाल मैं अपने अभिनय पर ही ज्यादा ध्यान देना चाहता हूं. लेकिन अभिनय के साथ गाने का भी मौका मिले तो पीछे नहीं हटूंगा.

किसी खास महिला कलाकार के साथ काम करने की तमन्ना? फिल्मी दुनिया में आपका सबसे पसंदीदा कलाकार कौन है?

अनुष्का शर्मा और परिणीति चोपड़ा बेहद प्रतिभावान अभिनेत्रियां हैं. उनके साथ काम करना चाहता हूं. अगर मेरे पसंदीदा कलाकारों की बात करें तो मैं अमिताभ बच्चन जी का फैन हूं. वह इस उम्र में भी इतने फिट हैं. उनमें अकेले अपने बूते किसी फिल्म को हिट बनाने की क्षमता है.

इंटरव्यू: प्रभाकर, कोलकाता

संपादन: महेश झा

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी